यूपी की इस अनूठी मन्दिर अदालत में हजारों की संख्या में श्रद्धालु लगाते है अपनी अर्जी
पीलीभीत: नए वर्ष को लेकर हर शहर में भिन्न भिन्न परमपराएं और आयोजन होते हैं। ऐसी ही एक परम्परा पीलीभीत में भी दशकों से चली आ रही है। शहर में स्थित पौराणिक गौरीशंकर मन्दिर में नए वर्ष के मौके पर बाबा की न्यायालय लगाई जाती है। जिसमें हजारों श्रद्धालु अपनी अर्जियां लगाते हैं।दरअसल पीलीभीत शहर में देवहा नदी के निकट स्थित ऐतिहासिक गौरी शंकर मंदिर की काफी अधिक मान्यता है। किसी भी त्यौहार और नवाचार के मौके पर आसपास इलाकों से श्रद्धालु ईश्वर शिव के दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग अर्धनारीश्वर रूप में विराजमान है।
नए वर्ष के मौके पर कई दशकों से शिवलिंग और गर्भगृह को न्यायालय की तर्ज पर सजाया जाता है। इस अनूठी न्यायालय में हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी अर्जी लगाते हैं। मंदिर को न्यायालय के रूप में सजाने का यह रिवाज कई दशकों पुराना है। पीलीभीत शहर के व्यापारी उमेश चंद्र गोयल ने इस श्रंगार परंपरा की आरंभ की थी। भक्तों के बीच इस न्यायालय को लेकर कई मान्यताएं भी हैं।
बाबा की न्यायालय में होता है इंसाफ
गौरी शंकर मंदिर के महंत पंडित राहुल शर्मा ने कहा कि कई दशकों से नए वर्ष के मौके पर बाबा की न्यायालय की तर्ज पर श्रृंगार किया जाता है। बाबा गौरीशंकर पीलीभीत के निवासियों के काफी आराध्य हैं। यही कारण है कि लोगों के बीच बाबा की न्यायालय की काफी मान्यता भी है। वहीं ऐसा माना जाता है कि इस न्यायालय में सबके साथ न्याय होता है।
विशेष श्रृंगार दर्शन को लेकर उमड़ती है भीड़
आपको बता दें पीलीभीत के गौरी शंकर मंदिर में किसी भी त्योहार और विशेष मौके पर शिवलिंग और गर्भगृह को अनोखे अंदाज में सजाया जाता है। सावन के प्रत्येक सोमवार को भी शिवलिंग का भिन्न-भिन्न रूप में श्रृंगार किया जाता है। जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं।
आप भी ऐसे लगा सकते हैं अर्जी
अगर आप भी बाबा की न्यायालय में अर्जी लगाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले पीलीभीत शहर पहुंचना होगा। जिसके बाद आप को गौरीशंकर मंदिर पहुंचना होगा। जहां आप बाबा की न्यायालय में अर्जी लगा सकते हैं।