उत्तर प्रदेश

SN medical Collage के मेडिसिन विभाग ने डायबिटीज को लेकर किया चौंकाने वाला खुलासा

आगराः आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज ( SN medical Collage) के मेडिसिन विभाग ने डायबिटीज को लेकर रिसर्च में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है यदि आपको डायबिटीज हैं या घर मे कोई स्त्री गर्भवती है तो यह जानकारी आपके लिए जानना बहुत महत्वपूर्ण है एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग ने डायबिटीज के अन्य कारणों का पता लगाने के लिए गर्भवती स्त्रियों पर रिसर्च प्रारम्भ किया है जिसमें 50 से अधिक गर्भवती स्त्रियों पर रिसर्च किया जा रहा है

जिसमें से अभी 30 स्त्रियों के यूरिन के नमूने लिए गए हैं और इन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया जांच के बाद एक चौंकाने वाला परिणाम सामने आया है चिकित्सक के अनुसार गर्भावस्था के दौरान इन स्त्रियों को जेस्टेशनल डायबिटीज(Gestational Diabetes)का शिकार पाया गया | आमतौर पर 4 से 8 फीसदी गर्भवती महिलाएं इस डायबिटीज का शिकार हो रही है

क्यों होता हैं जेस्टेशनल डायबिटीज?
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और डायबिटीज स्पेशलिस्ट डाक्टर प्रभात अग्रवाल का बोलना है कि इन स्त्रियों की जांच के जो नमूने लिए गए हैं उनके परिणाम चौंकाने वाले हैं जिनमें गर्भवती स्त्रियों में जेस्टेशनल डायबिटीज(Gestational Diabetes) पाई गई है आपको जानकर आश्चर्य होगी कि इसके पीछे प्लास्टिक बड़ा कारण है यानी कि प्रतिदिन की जीवन में हम प्लास्टिक के बने डिब्बों में खाद सामग्री रखकर इस्तेमाल करते है या प्लास्टिक की बंद पैकेट या प्लेट्स में खाना खाते हैं जिससे ये डायबिटीज हो रही है दरअसल प्लास्टिक और पॉलिथीन में बिस्फेनॉल ए( BPA) केमिकल होता है यह केमिकल प्लास्टिक के जरिए खाने के संपर्क में आकर कई रोंगों को निमंत्रण देता है गर्भावस्था में स्त्रियों की प्रतिरोधक क्षमता को भी ये केमिकल इफेक्ट करता है जिससे अन्य बीमारी स्त्री को जकड़ लेते हैं हालांकि डिलीवरी के बाद यह डायबिटीज 90% तक अपने आप कम हो जाती है

सामान्य प्रसव की आसार हो जाती हैं खत्म
इस तरह की डायबिटीज से बचने के लिए चिकित्सक राय देते हैं कि आम जीवन में प्लास्टिक के बने प्लेट्स ,डिब्बों और बर्तनों में खाद्य सामग्री एकदम ना रखें कई बार देखा गया है कि जिस पानी की बोतल में हम पानी पीते हैं उससे भी डायबिटीज हो रही है इसीलिए हमें सावधानी बरतनी होगी खासकर गर्भवती स्त्री गर्म खाना प्लास्टिक के बर्तनों में ना खाये रिसर्च में यह भी पाया गया है कि ये डायबिटीज प्रसव के बाद 90 प्रतिशत मामलों मे खत्म हो जाती है लेकिन उनसे जन्मे बच्चे को भी खतरा रहता है जेस्टेशनल डायबिटीज(Gestational Diabetes) वाली स्त्रियों का प्रसव सामान्य नहीं होता, अधिकांश सिजेरियन डिलीवरी होती है, तो यदि आप भी ज्यादातर प्लास्टिक के डिब्बो में बंद रखे खाने का इस्तेमाल करते हैं या लंबे समय तक प्लास्टिक की बोतल में पैक पानी पीते हैं ,तो आज ही इससे बचें

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