उत्तर प्रदेश

प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम मंदिर का पाट रहेगा इतने घंटों के लिए बंद

500 साल के लंबे संघर्ष और हजारों कारसेवकों के बलिदान के बाद अयोध्या में करोड़ राम भक्तों का सपना साकार हो रहा है. 22 जनवरी दोपहर 12:00 बजे प्रभु राम अपने नए महल में विराजमान होंगे. राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कारण रामलला के दर्शन 21 और 22 जनवरी 2024 को प्रभावित रहेंगे. इस मौके पर रामलला का दर्शन राम भक्त नहीं कर सकेंगे. हालांकि ट्रस्ट का कोशिश है कि दर्शन कम से कम बाधित हो. लेकिन फिर भी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर दो दिन रामलला का दर्शन प्रभावित होगा.

ऐसे में 23 जनवरी 2024 को रामलला के कपाट आम जनमानस के लिए खोल दिए जाए. इसका कोशिश राम मंदिर ट्रस्ट का है. राम मंदिर ट्रस्ट की माने तो लगभग 48 घंटे अधिकतम रामलला के दर्शन प्रभावित रहेंगे. इसके अतिरिक्त राम मंदिर ट्रस्ट की माने तो 22 जनवरी यानी कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अधिकतम 8000 लोगों को ही शामिल होने का मौका दिया जाएगा.

8000 लोगों को भेजा जाएगा निमंत्रण
भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से बनाई गई सूची प्रशासन को दी जाएगी और प्रशासन के द्वारा उन 8000 लोगों को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर राम मंदिर में शामिल होने का निमंत्रण भेजा जाएगा. इसके साथ ही ईश्वर के प्राण प्रतिष्ठा को भव्यता और दिव्यता देने के लिए पूरे राष्ट्र में राम मय माहौल किया जाएगा.

क्या है राम मंदिर ट्रस्ट की लोगों से अपील?
अब राम मंदिर ट्रस्ट राष्ट्र भर के राम भक्तों से यह अपील कर रहा है कि वह अपने घर के निकटतम मठ मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के समय धार्मिक अनुष्ठान करें. यानी की 22 जनवरी 2024 को सुबह 10:00 बजे से ही आसपास के मठ मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान हो. ईश्वर राम के नाम का संकीर्तन हो राम चर्चा , राम रक्षा स्त्रोत का पाठ हो ईश्वर की आरती उतारी जाएगी. इतना ही नहीं राम मंदिर ट्रस्ट ने 22 जनवरी शाम को अपने घर के मुख्य द्वार पर दीप प्रज्वलित करने का भी आवाहन 5 करोड़ राम भक्तों से किया है.

देर शाम सजाई जाएंगी दीपमालाएं
देशभर के राम भक्तों से राम मंदिर ट्रस्ट ने अपील की है कि वह शाम के समय अपने घर के मुख्य द्वार पर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दीप मलाये प्रज्वलित करें. इसके साथ ही मठ-मंदिरों समेत 5 करोड़ घरों में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह देखने को मिलेगा. मठ-मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान तो 5 करोड़ घरों में 22 जनवरी यानी की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर देर शाम दीपमालाएं सजाई जाएंगी | 22 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी विक्रम संवत 2080 को दोपहर 12:00 से 12:45 के बीच में रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.

48 घंटे बंद रहेगा मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय बताते हैं कि 22 जनवरी को प्रभु राम के भव्य महल में विराजमान होंगे. इसलिए पूरे राष्ट्र तथा विदेश में बैठे राम भक्तों से अनुरोध है की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अपने घरों में अनुष्ठान करें. राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें, जय राम जय जय श्री राम का जाप करें. हनुमान चालीसा का पाठ करें. इतना ही नहीं श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर का पाठ 48 घंटे के लिए बंद किया जाएगा. फिर अगले दिन यानी 23 जनवरी से राम भक्त भव्य महल में रामलला के दर्शन कर सकेंगे.

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