भूकंप आपदा से बचाव के लिए नोएडा में बनाया गया ‘आपदा प्रबंधन सेल’ पड़ा है बंद
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए नोएडा में बनाया गया ‘आपदा प्रबंधन सेल’ बंद पड़ा है। सेक्टर-29 गंगा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स स्थित इस ऑफिस पर ताला लटका हुआ है। करीब चार वर्ष से इस सेल के हेड का पद भी खाली है। ऐसे में भूकंप आने पर उससे बचाव के लिए नोएडा का सिस्टम कितना अलर्ट है, इससे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
दोपहर के समय आए भूकंप से नोएडा वासियों की सांसें थम गईं थीं। नोएडा भूकंप जोन क्षेत्र-4 क्षेत्र में आता है। नोएडा रेतीली जमीन पर बसा हुआ है। खास बात यह है कि लगातार भूकंप आने पर साल 2017 के आसपास प्राधिकरण की ओर से ‘आपदा प्रबंधन सेल’ का गठन किया गया था। इसमें प्लानिंग जानकार को हेड बनाते हुए चार-पांच कर्मचारियों का स्टाफ नियुक्त किया गया। साल 2019 दिसंबर तक यहां पर दो प्लानिंग जानकार तैनात रहे।
वर्ष 2019 में तैनाती के दौरान प्लानिंग जानकार शिखा शर्मा की प्रतिनिधित्व में टीम ने यहां का डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार किया। यही नहीं, स्कूल, कॉलेज, आरडब्ल्यूए, कंपनियां, मॉल के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से प्रशिक्षण दिलवाया गया। कुछ प्राइवेट विद्यालय और बड़ी कंपनियों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इनसे पहले प्लानिंग जानकार डाक्टर राका की प्रतिनिधित्व में भी कई बड़े कार्यक्रम हुए, लेकिन दिसंबर 2019 के बाद से यहां पर किसी प्लानिंग जानकार की नियुक्ति प्राधिकरण ने नहीं की। इस वर्ष तक यहां पर सेल का स्टाफ भी बैठ रहा था, अब उनको भी हटाकर प्राधिकरण में अटैच कर दिया गया है। अब यहां पर ताला लटक गया है।
स्ट्रक्चरल ऑडिट मुद्दे में खानापूर्ति
शहर में 118 ग्रुप हाउसिंग परियोजनाएं हैं। इनके अतिरिक्त सहकारी समिति भी हैं। एक सोसाइटी में कम से कम छह-सात ऊंची इमारतें बनी हुई हैं। व्यावसायिक-संस्थागत संपत्तियों के भीतर ऊंची इमारतें हैं। इसके अतिरिक्त गांवों में भी बिना नक्शा पास 5-6 से लेकर 10 मंजिल तक सैकड़ों इमारतें खड़ी हो चुकी हैं। इनकी नींव बहुत कमजोर है। ये इमारतें कितनी मजबूत हैं, इससे प्राधिकरण को कोई मतलब नहीं है। नक्शा जारी करने और अधिभोग प्रमाण पत्र जारी करने से पहले प्राधिकरण बिल्डर से स्ट्रक्चरल ऑडिट प्रमाण पत्र लेकर खानापूर्ति कर लेता है।
आपदा प्रबंधन सेल बंद पड़ा हुआ है, यह मेरी जानकारी में नहीं है। इसको प्रारम्भ कराया जाएगा हालांकि, प्राधिकरण स्तर पर आपदा जैसी स्थिति निपटने के लिए टीमें बनाई गई हैं। टीम को प्रशिक्षण दिलाकर जल्द बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल कराया जाएगा। -डॉ। लोकेश एम, सीईओ, नोएडा प्राधिकरण