प्रयागराज में तनाव: बहन से छेड़खानी के विरोध पर छात्र को पीटकर उतारा मौत के घाट
यूपी के प्रयागराज में अपनी चचेरी बहन के साथ स्कूल से लौट रहे दसवीं के एक विद्यार्थी की सोमवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मुद्दे में पुलिस ने पांच आरोपियों को अरैस्ट कर लिया है लेकिन तनाव बरकरार है। घटना को लेकर गुस्साई भीड़ ने मंगलवार को एक एम्बुलेंस में तोड़फोड़ की और पुलिस स्टेशन को घेर लिया। इस बीच सूचना मिली है कि मुद्दे में थानाध्यक्ष खीरी और चौकी प्रभारी के विरुद्ध ऐक्शन हुआ है।
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, डीआईजी पवन कुमार और जिलाधिकारी संजय खत्री सहित अनेक अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं। उधर, पुलिस स्टेशन का घेराव कर रही भीड़ को पुलिस ने कई बार खदेड़ा। पुलिस स्टेशन के बाहर और चौराहे पर महिलाएं और पुरुष लाठी-डंडों से लैस होकर उपस्थित थे। खदेड़े जाने पर भीड़ तितरबितर हो गई। उसमें शामिल लोग खेतों की ओर भागे। गुस्साए लोगों की मांग है कि मृतक विद्यार्थी का मृतशरीर सौंपा जाए। मुद्दे में आरोपी प्रधान और अन्य लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाए और आरोपियों को उनके सुपुर्द किया जाए। बीच में छह स्त्रियों ने पुलिस स्टेशन में जाकर देखा भी लेकिन आरोपी वहां नहीं मिले।
सुबह ही सड़कों पर उतर आए लोग
छात्र की हत्या को लेकर सोमवार को देर रात तक बवाल चला था। खीरी गांव में लगातार तनाव की स्थिति है। मंगलवार सुबह से ही क्षेत्रीय लोग सड़क पर आ गए। गुस्साई भीड़ ने पुलिस स्टेशन के बाहर इक्ट्ठा होकर बवाल किया। तनाव को देखते हुए स्वयं पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने गुस्साए लोगों से वार्ता की। उन्हें शांत कराया। पुलिस कमिश्नर ने ग्रामीणों को कहा कि मर्डर में शामिल तीन नाबालिग पकड़ लिए गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने उन्हें विद्यार्थी को मारते हुए देखा था। वहीं मृतक के परिवारीजन और ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि ग्राम प्रधान की भी गिरफ्तारी की जाए।
उस पर भी हत्या में शामिल होने का इल्जाम है। हालांकि पुलिस की जांच में अभी ग्राम प्रधान की संलिप्तता सामने नहीं आई है। डीसीपी यमुनानगर संतोष मीना ने कहा कि सोमवार को कॉलेज में ही बच्चों के बीच आपस में टकराव हुआ था तो प्रिंसिपल ने समझा कर शांत कर दिया। लेकिन कॉलेज से बाहर निकलते ही उनके बीच फिर से टकराव हो गया। हाथापाई में ही विद्यार्थी की मृत्यु हो गई। पुलिस ने छेड़खानी की बात से इनकार किया है।