यूपी के संभल में रोडवेज की बस एक पिता और उनके दो बेटों के लिए बनी काल
Accident in Sambhal: यूपी के संभल में रोडवेज की बस एक पिता और उनके दो बेटों के लिए काल बन गई। जिले के गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र में आगरा- मुरादाबाद हाईवे पर रविवार शाम बेकाबू रोडवेज बस ने बाइक सवार ग्रामीण और उसके दो बेटों को रौंद दिया। राहगीरों ने बस के नीचे फंसे तीनों लोगों को खींचकर बाहर निकाला। लेकिन तब तक तीनों की मृत्यु हो चुकी थी।
गुन्नौर थानाक्षेत्र के बिचपुरी सैलाब गांव निवासी हंसराज सिंह (45वर्ष) का पंद्रह वर्षीय बेटा मनोज और दस वर्षीय बेटा मोहन नरौरा में रहकर पढ़ाई करते थे। रविवार को छुट्टी होने के कारण दोनों घर आए हुए थे। शाम को हंसराज दोनों को वापस बाइक से नरौरा छोड़ने जा रहा था। आगरा- मुरादाबाद हाईवे पर नरौरा बैराज के पास उनकी बाइक को सामने से आ रही बुलंदशहर-बदायूं डिपो की रोडवेज बस ने रौंद दिया। बस की रफ्तार इतनी तेज थी कि बाइक बस के नीचे फंसकर दूर तक घिसट गई। बाइक सवार ग्रामीण और उसके दोनों बेटे बस के नीचे ही फंसे रह गए। हादसे के बाद ग्रामीण और राहगीरों के साथ नरौरा बैराज चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने सभी को शीघ्र में सीएचसी गुन्नौर पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
तीन मौतों पर छलक पड़ी हर आंख
हंसराज सिंह ने बच्चों की पढ़ाई के लिए ही बुलंदशहर जिले के नरौरा में मकान बनवाया था। दोनों बेटे नरौरा में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। शनिवार को दोनों बेटे रविवार की साप्ताहिक छुट्टी होने के कारण घर आ गए थे। रविवार देर शाम हंसराज बच्चों को नरौरा मकान पर छोड़ने जा रहा था, लेकिन हादसे में तीनों की भयावह मृत्यु हो गई।
ग्रामीण और दोनों बेटों की मृत्यु से परिवार में कोहराम मच गया।तीन मौतों के बाद लोगों में आक्रोश था। गुस्साए लोग बवाल न कर दें। इसे देखते हुए गुन्नौर के साथ ही जुनावई थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मौके के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। पुलिस ने विलाप कर रहे लोगों को हटाया और तीनों मृतशरीर कब्जे में कर पोस्टमार्टम को भेज दिए। परिवार के लोगों ने कहा कि मनोज और मोहन दोनों ही पढ़ाई में अच्छे थे। बच्चों की पढ़ाई में लगन को देखते हुए दोनों का एडमिशन नरौरा के विद्यालय में कराया था।