कांग्रेस ने यूपी में भी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां की तेज

लखनऊ। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली बहुत बढ़िया जीत के बाद कांग्रेस पार्टी ने अब उत्तर प्रदेश में भी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां तेज कर दी है। बीते नगर निकाय चुनाव में मुसलमान मतदाताओं का कांग्रेस पार्टी के प्रति बढ़े रूझान से उत्साहित पार्टी अब लोकसभा चुनाव में OBC वर्ग को भी साथने की कवायद में जुट गई है। जिसके अनुसार कांग्रेस पार्टी ने अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिये राजधानी लखनऊ में न केवल जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर एक बड़ा सम्मेलन किया, बल्कि जातीय जनगणना की मांग के साथ गवर्नमेंट के विरूद्ध जल्द एक बड़ा आंदोलन छेड़ने का घोषणा भी कर दिया है।
दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने गुरूवार को राजधानी लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय पर सामाजिक न्याय के पुरोधा एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व। चंद्रजीत यादव के पुण्यतिथि पर जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर एक सम्मेलन का आयोजन किय़ा। जिसमें प्रदेश भर के बियार, बिन्द, नोनिया, अर्कवंशी , निषाद, गद्दी, जुलाहा, फ़क़ीर, बंजारा, बारी, भुर्जी, रंगरेज, कुम्हार, काछी, राजभर, कश्यप, कोयरी, गरेडिया, अहीर, जाट, गुजर, कलार, कहार, कुर्मी, पटवा, तेली, कांदू, राईन, सैफी, लोहार समेत 50 से अधिक जातियों के करीब 200 से अधिक OBC नेताओं ने हिस्सा लिया। साथ ही जातीय जनगणना के साथ OBC आरक्षण बढ़ाने के लिए अब जल्द ही मंडलवार सम्मेलनों का आयोजन कर, जातीय जनगणना और आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने की रणनीति बनाई गई।
बीजेपी पिछड़ा विरोधी पार्टी, OBC जातियों को ठगा
कांग्रेस के इस सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष और विधायक वीरेन्द्र चौधरी ने बोला कि OBC समाज हिंदुस्तान की रीढ़ है। मेहनतकश जातियों ने राष्ट्र के निर्माण में अपना खून पसीना लगाया है। लेकिन मोदी-योगी गवर्नमेंट में सरकारी नौकरियो में OBC के अधिकारों पर डाका डाला जा रहा है। भाजपा पिछड़ों का वोट तो लेती है, लेकिन उनका अधिकार नहीं देती। इसलिये अब बगैर जातीय जनगणना के सामाजिक न्याय की अवधारणा को पूरा नहीं किया जा सकता। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी नेता अनिल यादव ने बोला कि ‘बीजेपी ने भ्रम फैलाने के लिए अनेक कमीशनों का गठन तो किया है, लेकिन बिना जातीय जनगणना के उनकी सिफ़ारिशों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। क्योंकि इन कमीशनों में पिछड़ी जातियों की संख्या जान बूझकर कम बताई है। ऐसे में जातीय गिनती और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने को लेकर सड़क पर संघर्ष किया जाएगा, क्योकि ट्विटर और फ़ेसबुक पर जातीय जनगणना की बात करने वाले राजनीतिक दल ओबीसी समाज को केवल छल दे रहे हैं।’
जातीय जनगणना और OBC आरक्षण बढाने के समर्थन में टोल फ़्री नम्बर जारी
इतना ही नहीं यूपी में जातीय जनगणना और OBC आरक्षण बढ़ाने की मांग के समर्थन के लिये कांग्रेस पार्टी के इस सम्मेलन में एक टोल फ़्री नम्बर 8744894894 भी जारी किया गया। जिस पर सबसे पहले नाई समाज के नेता ओम प्रकाश ठाकुर ने पहली मिस्ड कॉल करके इस टोल फ्री नंबर का शुभांरभ किया। इस अभियान के लिये टोल फ़्री नम्बर के जरिये पूरे प्रदेश में विधानसभा वार समर्थन जुटाने की रणनीति बनाई गई है। जिसके चलते कांग्रेस पार्टी ने इस टोल फ्री नम्बर को सोशल मीडिया और बैनर पोस्टर के साथ हर एक माध्यम के ज़रिए बड़े स्तर पर प्रचारित करने का निर्णय किया है।
जातीय जनगणना से जुड़े सम्मेलन में आए नेताओं ने ये प्रस्ताव किए पारित…
1. सामाजिक न्याय की अवधारण बिना जातीय जनगणना के पूरा नहीं हो सकती है, लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिए जातीय जनगणना आवश्यक है।
2. आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को तुरन्त हटाया जाए ताकि पिछड़ी जातियों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण मिले।
3. ओबीसी का आरक्षण बढ़ाकर जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण सुनिश्चित किया जाए।
4. पिछडे़ वर्ग का उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के आधार पर समानुपातिक रुप से पिछड़ा, अतिपिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग में विभाजन करना।