उत्तर प्रदेश

हिरासत में मौत के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर

नोएडा. कांग्रेस पार्टी नेता पंखुड़ी पाठक ने पुलिस हिरासत में हर मृत्यु की न्यायिक जांच की मांग करते हुए शुक्रवार को बोला कि राज्य गवर्नमेंट और पुलिस प्रशासन का ‘‘इस कदर बेलगाम हो जाना बहुत चिंताजनक और खतरनाक’’ है. यूपी कांग्रेस पार्टी कमेटी की सोशल मीडिया शाखा की अध्यक्ष पाठक ने यह भी दावा किया कि हिरासत में हत्याओं के मुद्दे में यूपी राष्ट्र में शीर्ष जगह पर है. कारावास में बंद माफिया-नेता मुख्तार अंसारी की बृहस्पतिवार को राज्य के बांदा जिले के एक हॉस्पिटल में मृत्यु के बाद पाठक की यह टिप्पणी आई है. बांदा कारावास में बंद अंसारी (63) की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.

पाठक ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में आए दिन पुलिस हिरासत में मृत्यु की खबरें आती हैं. हिरासत में मृत्यु के मुद्दे में यूपी राष्ट्र में पहले नंबर पर है. प्रदेश का कोई हिस्सा या वर्ग इससे अछूता नहीं रहा है. मरने वालों में दलित, मुसलमान, ब्राह्मण, व्यापारी, पिछड़ा वर्ग, हर जाति के लोग हैं.’’ उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘पुलिस हिरासत में हुई हर मृत्यु की न्यायिक जांच होनी चाहिए. गवर्नमेंट और पुलिस प्रशासन का इस कदर बेलगाम हो जाना आम जनमानस और कानून के राज के लिए बहुत चिंताजनक और घातक है.’’

इससे पहले, अंसारी के बेटे उमर ने संवाददाताओं से बोला कि परिवार उच्च स्तरीय जांच की मांग करेगा और ‘‘हमें जो भी करना होगा वह न्यायालय के माध्यम से करेंगे.’’ सपा (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने भी अंसारी की मृत्यु की जांच की मांग की है, वहीं भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है.

 



Related Articles

Back to top button