हांथों में मेहंदी लगाकर दूल्हे के इंतजार में बैठी दुल्हन को लगा बड़ा झटका
जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हांथों में मेहंदी लगाकर दूल्हे के प्रतीक्षा में बैठी दुल्हन को उस समय झटका लगा जब बारात पहुंची। दूल्हे ने दुल्हन पर गैरकानूनी संबंध का इल्जाम लगाते हुए विवाह करने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं द्वारचार के बाद जयमाल के बीच ही दूल्हा फरार हो गया। हालांकि सुबह होते ही ग्रामीणों ने उसे धर दबोचा। जिसके बाद दूल्हे के भाई और पिता को लड़की पक्ष ने बंधक बना लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस और गांव के बुजुर्गों के काफी समझाने के 21 घंटे बाद खर्च की भरपाई करने पर लोगों को बंधक मुक्त किया गया। बिना दुल्हन लिए दूल्हे के भागने की बात क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पूरा मुद्दा सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के बशीरपुरा गांव का है, यहां के निवासी विनोद कुमार बिंद की पुत्री साधना की विवाह रविवार को रंजीत बिंद पुत्र जगदंबा बिंद सिसवारा, नरवे जनपद आजमगढ़ से तय हुई थी। समय मुताबिक बारात बशीरपुरा गांव पहुंची। लड़की के पक्ष और घरातियों के द्वारा बारातियों का धूमधाम से स्वागत किया गया। बारातियों ने भी डीजे पर नाचते गाते द्वार पूजा की रस्में निभाई। उधर बारातियों के लिए खाने की तैयारी और जयमाल की तैयारी चल रही थी। तभी बारातियों की तरफ से आई कुछ स्त्रियों ने दुल्हन के चचेरे भाई को उसे गोद में उठाते देख लिया। जिसका वीडियो बनाकर स्त्रियों ने दूल्हे को भेज दिया। इससे नाराज दूल्हा जनवासे से फरार हो गया।
ग्रामीणों ने बनाया बंधक
इसकी सूचना मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। उन्होंने तुरन्त दूल्हे के भाई और पिता को बंधक बना लिया। वहीं दूल्हे की खोजबीन की जाने लगी। सुबह होते-होते ग्रामीणों ने गांव के बाहर से दूल्हा रंजीत को धर दबोचा। बंधक बनाने की सूचना पर मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। लेकिन ग्रामीणों नें पुलिस की भी नहीं सुनी और पुलिस भी बैरंग लौट गई। कुछ समय बाद फिर पुलिस दोबारा गांव में पहुंचकर सुलह समझौता का कोशिश करती रही। ग्रामीणों के द्वारा पूछताछ में दूल्हे ने इल्जाम लगाया कि दुल्हन का किसी से गैरकानूनी संबंध है। जिसके कारण उसने विवाह से इनकार कर दिया। लड़की के पिता ने कहा कि उसकी पुत्री बेहोश हो गई थी। जिस वजह से उसके चचेरे भाई ने उसे गोद में उठाकर बाहर की तरफ ले गया था।
ग्रामीण और सम्बन्धी दूल्हे को समझाने का कोशिश करते रहे, लेकिन लगभग 21 घंटे बीत जाने के बाद भी समझौता नहीं हो पाया। विवाह की रस्में भी नहीं पूरी हो पाई। लड़की पर लगे इस गंभीर इल्जाम पर उसका रो-रो कर बुरा हाल है। लड़की पक्ष ने दहेज में दी हुई धनराशि और विवाह में खर्च की भरपाई की मांग पर अड़े रहे। पुलिस और ग्रामीणों के समझाने के बाद विवाह में खर्च हुई धनराशि और दहेज में दिए हुए धनराशि को अदा करने पर ग्रामीणों ने उन्हें मुक्त किया। सदर सीओ परमानन्द कुशवाहा ने कहा कि दोनों पक्ष को समझने के बाद सुलह समझौता हुआ है। किसी पक्ष से तहरीर नहीं मिली है. यदि तहरीर मिलती है तो बंधक बनाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।