रामनवमी में क्या 24 घंटे खुला रहेगा प्रभु का दरबार, जानिए यहां…
चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ होने वाली है। 17 अप्रैल को रामनवमी है। पूरे राष्ट्र के लोगों को इस बार प्रतीक्षा है अयोध्या में ईश्वर राम की आरती और उत्सव देखने का। अयोध्या में इस बार अभूतपूर्व उत्साह है। हर नागरिक औऱ भक्त रामनवमी पर होने वाले भजन पूजन और जन्मोत्सव कार्यक्रम का साक्षी होना चाहता है। भक्तों के मन में कई प्रश्न हैं कि आखिर उस दिन मंदिर में कैसी प्रबंध रहेगी। इन सारे प्रश्नों का उत्तर मंदिर ट्रस्ट महासचिव चंपत राय दे रहे हैं।
अयोध्या में राम लला के जन्मोत्सव की तैयारियां प्रारम्भ कर दी गई हैं। प्रभु राम के विग्रह रूप के मंदिर में विराजमान होने के बाद दिव्य जन्मोत्सव की तैयारी है। मंदिर ट्रस्ट का कोशिश है ऐसी प्रबंध की जाए ताकि अधिक से अधिक राम भक्त सरलता से दर्शन कर सकें। इसी सिलसिले में राम मंदिर ट्रस्ट की मणिरामदास छावनी पर बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने की। भव्य मंदिर में पहली रामनवमी दिव्य और भव्य बनाने की रूपरेखा बनाई गई।
रामनवमी कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
बैठक के बाद राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी प्रसार भारती अयोध्या राम मंदिर के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करेगी। नगर निगम शहर के 100 स्थानों पर एलइडी टीवी लगाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इसे देख सकें। जनता अपने घरों में टेलीविजन के माध्यम से अयोध्या में मनाई जा रही रामनवमी को देख सकेगी। चंपत राय ने बोला हमारा सुझाव प्रसार भारती ने स्वीकार किया है। भयंकर गर्मी में हमारा कोशिश है कि भक्तों के लिए पानी की कमी न हो। चम्पत राय ने बोला कि रामनवमी के मौके पर कितनी जनता आएगी इसका आकलन करना संभव नहीं है। यह संख्या लाखों होगी।
भव्यता के साथ पूरे राष्ट्र में मनाया जाएगा रामनवमी का पर्व
राम लला के दर्शन अवधि को लेकर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बोला कि अभी रामलाल के शयन आरती के बाद श्रृंगार बदलना भोग और फिर प्रातः काल नए श्रृंगार आज इस कार्य में 3से 4 घंटे लग रहे हैं। श्रंगार के समय को और शयन आरती के बाद सारा दिनभर का श्रृंगार उतरना इस समय को कम करना संभव नहीं है। वह व्यवहार का समय है। यदि इतना समय बचा दिया जाए तो कोई श्रद्धालु दर्शन से वंचित न रहे इसकी पूरी पूरी प्रबंध की जाएगी। इसलिए 7 लाइनों में दर्शन होगा राम मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए बोला कि अपने साथ मोबाइल लेकर नहीं आये दर्शन की अवधि घट जाएगी।
रामनवमी की तैयारियों पर जोर
श्रद्धालुओं को गर्मी से बचने के भी व्यवस्था किए जा रहे हैं। गर्मी से बचाव के लिए सुग्रीव किला से रामलाल के दर्शन तक और फिर निकास तक छाया कराया जा रहा है। पूरा क्षेत्र छाया से लैस होगा टेंट लग जाएंगे। जमीन में जहां तक पत्थर चुभता है वह मैट लग जाएगी। प्रवेश द्वार से लेकर वर्तमान बाहर निकलने तक जगह-जगह पानी मिल सके इसके लिए कोशिश किया गया है। संभव होगा तो 50 जगह तक पानी की सुविधा प्रदान करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने बोला कि गर्मी में डायरिया का प्रकोप होता है। ओआरएस का पाउडर अधिक से अधिक मात्रा में समाज को मौजूद हो इसकी प्रबंध करेंगे।
राम नवमी पर 16, 17, और 18 यानि तीन दिन तक राम मंदिर को 24 घंटे खोलने का फ़ैसला पहले ही किया जा चुका है। चंपत राय ने बोला जनता से यह भी अनुरोध करते हैं कि अपने गांव और अपने कस्बे में अपने घरों में रामनवमी मनाई जाए। रामनवमी का दर्शन प्रसार भारती के माध्यम से अपने-अपने जगह पर देखे। अयोध्या में अत्यधिक दर्शनार्थ श्रद्धालुओं को संभालना यह स्वयं दर्शनार्थियों के लिए कष्टदाई ना हो जाए, प्रशासन आत्मीयता पूर्ण व्यवहार ही चाहता है लेकिन दर्शनार्थियों को कष्ट ना हो इसके बाद भी सामने आती है तो यह सुझाव देने की बात आई है।
मंदिर निर्माण कार्य में आई तेजी
वहीं राम मंदिर निर्माण पर जानकारी देते हुए चंपत राय ने बोला कि ऊपर की मंजिल पर राम का दरबार इसकी चर्चा प्रारंभ हुई है। उसका चित्र कौन बनाएगा किससे बनवाया जाए इस पर मंथन चल रहा है।जन्म भूमिदर्शन मार्ग पर जगह-जगह बैठने की प्रबंध इसका भी विचार आ गया है। सबको प्रसाद मिल जाए इसके लिए क्या करना आज जो प्रबंध है उसमें सभी को प्रसाद मिल पाएगा या नहीं मिल पाएगा आज नहीं बोला जा सकता इसलिए 9, 10 तारीख के बाद शोध करेंगे। प्रसाद का वितरण कहां हो ताकि अधिक से अधिक भक्तो को प्रसाद मिल सके।