यूपी के जातीय समीकरणों से किस दल को होगा फायदा, पढ़ें यहां
इंडिया टीवी-CNX ओपिनियन पोल के अनुमानों के अनुसार पूरे यूपी में 23% यादव अखिलेश यादव से टूटकर मोदी-योगी के साथ आ रहे हैं। इण्डिया गठबंधन के साथ 69 फीसदी और बसपा के साथ 3 फीसदी यादव हैं जबकि अन्य के पक्ष में 5 फीसदी वोट हैं।
यादव वोट बंटने से हार सकते हैं अखिलेश?
ओपिनियन पोल के अनुमानों के अनुसार यादव वोट बंटने से अखिलेश की प्रतिनिधित्व वाली सपा बदायूं, कन्नौज, गाजीपुर, फर्रूखाबाद, फिरोजाबाद, कुशीनगर, और बांदा सीट हार सकती है।
गैर-जाटव दलित वोट बैंक का बंटना तय- पोल
यूपी में गैर-जाटव दलित वोट का 45% एनडीए के साथ जा सकता है। 40 फीसदी वोट बसपा के साथ जा सकता है जबकि इण्डिया गठबंधन के सथ 2 प्रतिशत गैर-जाटव दलित वोट जा सकता है। वहीं 13 फीसदी वोट अन्य के साथ जा सकता है।
यूपी का ब्राह्मण वोटर किधर?
ओपिनियन पोल के अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश के 84% ब्राह्मण वोटर मोदी-योगी के साथ हैं। 3 प्रतिशत ब्राह्मण वोटर इण्डिया गठबंधन के साथ और 2 फीसदी बसपा के साथ हैं जबकि 11 फीसदी अन्य के साथ हैं।
यूपी का ठाकुर वोटर किधर?
ओपिनियन पोल के अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश के 82% ठाकुर वोटर एनडीए के साथ हैं। 7 प्रतिशत ठाकुर वोटर इण्डिया अलायंस और 5 फीसद बसपा के साथ हैं जबकि 6 प्रतिशत ठाकुर वोटर अन्य के साथ हैं।
यूपी का वैश्य वोट किसके साथ?
ओपिनियन पोल के अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश के 73% वैश्य वोटर एनडीए के साथ हैं। 11 प्रतिशत वैश्य वोटर इण्डिया अलायंस के साथ और 4 प्रतिशत वैश्य वोटर बसपा के साथ है जबकि 12 प्रतिशत अन्य के साथ हैं।
यूपी का राजभर वोटर किसके साथ?
ओपिनियन पोल के अनुमानों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 83% राजभर वोटर एनडीए के साथ हैं। 9 प्रतिशत राजभर वोटर इण्डिया अलायंस के साथ और 3फीसदी बसपा के साथ जबकि 5 प्रतिशत अन्य के साथ है।
यूपी का निषाद वोटर किधर?
ओपिनियन पोल के अनुमानों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 74% निषाद वोटर एनडीए के साथ हैं जबकि 18 प्रतिशत इण्डिया गठबंधन के साथ और 3 प्रतिशत बसपा के साथ है। वहीं 5 प्रतिशत निषाद वोटर अन्य के साथ है।