बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से गांव खाली कराने पहुंची प्रशासनिक टीम
बाराबंकी: बाराबंकी जिले में इस समय सरयूनदी उफान पर है।जिससे 35 गांव के लोगो मे भय का माहौल है। सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिससे नदी किनारे बहुत तेजी से कटान कर रही है। इसी को देखते हुए सिरौलीगौसपुर तहसील का इटहुआ पूर्व गांव खाली करा लिया गया है। इस गांव से 45 परिवार पलायन कर चुके हैं। सरयू नदी इस समय खतरे के निशान से ऊपर है | नदी का वर्तमान जलस्तर 105.070 मीटर है।
जनपद बाराबंकी के सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट रामनगर तहसील क्षेत्र के करीब सौ गांव बाढ़ की चपेट में गए है। इस समय सरयू नदी का पानी तिलवारी और इटहुआ गांव के पास कटान के कारण लोग भय में है। ये गांव कभी भी पानी की आगोश में आ सकता है। वहीं गांव के लोगों को प्रशासन पहले से ही गांव छोड़ने की नोटिस जारी कर चुका था। यहां पर कई घर नदी में समा चुके हैं। बीते दिनों में इटहुआ पूर्व कटान की जद में है। गांव में करीब 50 परिवार हैं जिसमें से 45 परिवार गांव को छोड़ कर चले गए। वहीं 5 परिवार अभी भी गांव में रह रहे हैं। वह भी पलायन को सोच रहे हैं ।
गांव खाली कराने पहुंची प्रशासनिक टीम
एसडीएम विश्वामित्र सिंह ने कहा कि नदी के किनारे पर बसे लोगों को नोटिस दिया गया था और बाकी गांव को खाली कराने के बारे में जांच कराई जा रही है। जैसे-जैसे सरयू नदी तराई क्षेत्र की ओर बढ़ रही है। उन गांव को खाली कराने का काम कराया जा रहा है | जिससे बाढ़ से लोगों को बचाया जा सके।
हम तो बांध पर रह लेंगे , पर जानवरों का क्या होगा ?
वहीं ग्रामीणों का बोलना है इस समय नदी कटान कर रही है। कुछ अधिकारी आए थे और घर खाली करने को बोला है | ऑफिसरों का बोलना है कि आप लोग गांव छोड़कर बंधे पर चले जाओ पर हम लोगों के पास सामान और जानवर है | हम लोग बंधे पर कैसे रह सकेंगे। वहां पर काम चल रहा है ना तो वहां बैठने की स्थान है ना जानवर बांधने की। छोटी सी स्थान में हम लोग किसी तरह रह लेंगे | पर जानवरों का क्या होगा? बड़ी मुसीबत है हम लोग कहां जाएं।
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