अदालत ने गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच का दिया आदेश
यूपी के बांदा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की न्यायालय ने गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी की मृत्यु की न्यायिक जांच का आदेश दिया. तीन सदस्यीय टीम मृत्यु की मजिस्ट्रेटी जांच करेगी। गैंगस्टर से नेता बने गैंगस्टर की यूपी के बांदा के एक हॉस्पिटल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.
उनके बेटे उमर अंसारी ने दावा किया है कि मुख्तार अंसारी को कारावास में धीमा जहर दिया गया था। उमर अंसारी ने संवाददाताओं से कहा, “मेरे पिता ने हमें कहा था कि उन्हें ‘धीमा जहर’ दिया जा रहा है.” उन्होंने बोला कि अब पूरा राष्ट्र इस बारे में जानता है. मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने भी मंगलवार को इल्जाम लगाया था कि उन्हें कारावास में ”धीमा जहर” दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने इस इल्जाम को खारिज कर दिया है।
अनजान लोगों के लिए, मुख्तार अंसारी को ”बेहोशी की हालत” में जिला कारावास से बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में लाया गया था और, इसके प्रिंसिपल सुनील कौशल के अनुसार, गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई.
63 वर्षीय मुख्तार अंसारी सदर से पांच बार विधायक रहे. वह 2005 से यूपी और पंजाब में सलाखों के पीछे है. उसके विरुद्ध 60 से अधिक आपराधिक मुद्दे लंबित थे.
मुख्तार अंसारी को सितंबर 2022 से आठ मामलों में यूपी की विभिन्न अदालतों द्वारा सजा सुनाई गई थी और वह बांदा कारावास में बंद थे. उनका नाम पिछले वर्ष यूपी पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टरों की सूची में था.
लखनऊ में पुलिस मुख्यालय के ऑफिसरों ने बोला कि अंसारी का पोस्टमार्टम बांदा में किया जाएगा और इसकी वीडियोग्राफी की जाएगी. उन्होंने बोला कि आवश्यकता पड़ने पर विसरा संरक्षित किया जाएगा.
इससे पहले अंसारी को पेट दर्द की कम्पलेन के बाद मंगलवार को करीब 14 घंटे के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।