वर्ल्ड कप 2023 में प्रदर्शन के बारे में राहुल ने स्टार स्पोटर्स की ‘बिलीव’ सीरीज में कही ये बड़ी बात
KL Rahul Reaction: टीम इण्डिया के धुरंधर बल्लेबाज केएल राहुल सर्जरी के बाद एक समय तीन से चार हफ्ते अपने पैरों पर भी खड़े नहीं हो पा रहे थे। केएल राहुल के लिए ऐसे समय में इस वर्ष वर्ल्ड कप 2023 खेलने के बारे में सोचना भी कठिन था, लेकिन न सिर्फ़ उन्होंने टूर्नामेंट में 452 रन बनाकर बहुत बढ़िया वापसी की बल्कि कई मैचों में मेजबान टीम के लिए संकटमोचक भी साबित हुए। सर्जरी के बाद रिहैबिलिटेशन और हिंदुस्तान में इस वर्ष हुए वर्ल्ड कप 2023 में प्रदर्शन के बारे में राहुल ने स्टार स्पोटर्स की ‘बिलीव’ सीरिज में कहा,‘वापसी कर दबाव तो था, लेकिन मैं उस समय जीवन के सबसे खराब दौर से गुजर रहा था मानो कुछ और अर्थ नहीं रखता था।’
केएल राहुल ने सुनाई अपनी आपबीती
केएल राहुल ने बोला ,‘इसके आगे सब कुछ छोटा लग रहा था। सर्जरी के बाद पहले तीन चार हफ्ते तो मैं चल भी नहीं पा रहा था। मैं वॉकर का सहारा लेकर चलने लगा तो भी मुझे लगता था कि वर्ल्ड कप नहीं खेल सकूंगा। सर्जरी मई में हुई और सर्जन ने बोला कि पांच महीने वापसी नहीं कर सकूंगा। निश्चित तौर पर सीधे वर्ल्ड कप खेलने तो नहीं जा सकता था। कुछ मैचों का अभ्यास महत्वपूर्ण था, लेकिन मैंने सोचा कि इसके बारे में सोचकर तनाव नहीं लेना है, जो होगा देखा जाएगा।’
वर्ल्ड कप के 11 मैचों में 452 रन बनाए
वर्ल्ड कप के अपने पहले ही मैच में हिंदुस्तान को खराब आरंभ से निकालते हुए उन्होंने 97 रन की पारी खेली। नीदरलैंड के विरुद्ध उन्होंने केवल 62 गेंदों में शतक जमाया। पूरे टूर्नामेंट में 11 मैचों में 452 रन बनाने के अतिरिक्त उन्होंने विकेट के पीछे 15 कैच भी लिए।’ भारतीय टीम लगातार दस मैच जीतकर वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची थी जहां ऑस्ट्रेलिया ने उसे छह विकेट से हराया।
कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन भी रहा
वर्ल्ड कप 2019 में हिंदुस्तान को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने हराया था। उस टूर्नामेंट के बारे में राहुल ने बोला ,‘हम सभी उस वर्ल्ड कप में आत्मविश्वास से भरे थे और हमने सोचा नहीं था कि हम खिताब नहीं जीतेंगे। पहले दौर में हमने कुछ बहुत बढ़िया जीत दर्ज की। कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन भी रहा, लेकिन हमने जीत के रास्ते बनाए। हमें लगा ही नहीं कि हम हार सकते हैं क्योंकि हम हर चुनौती का सामना करने में सफल रहे थे। हम हार के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए सेमीफाइनल में हार से सभी स्तब्ध थे। सेमीफाइनल में जब रविंद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी खेल रहे थे तो लगा कि कोई करिश्मा होगा और हम जीत जाएंगे।’
हार के बाद ड्रेसिंग रूम में सभी काफी जज्बाती हो गए
राहुल ने बोला ,‘लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हार के बाद ड्रेसिंग रूम में सभी काफी जज्बाती हो गए थे। मुझे आज भी याद है, क्योंकि इस तरह से सभी को रोते हुए और निराश नहीं देखा था। वह अच्छी याद नहीं है लेकिन हमारे लिये सबक थी।’ राहुल ने कहा,‘आप वर्ष भर कितना भी अच्छा खेलें लेकिन दस, 15 वर्ष बाद जब हम रिटायर होंगे तो हमारे करियर को रनों या विकेटों या द्विपक्षीय सीरीज में मिली जीत से याद नहीं रखा जाएगा। हमें वर्ल्ड कप से याद रखा जाएगा। इसलिए हम अगली बार बेहतर करना चाहते थे।’