टीम इंडिया की हार के बावजूद मोहम्मद सिराज को मिला गौतम गंभीर का समर्थन
टीम इण्डिया को मंगलवार की शाम दक्षिण अफ्रीका से करारी हार का सामना करना पड़ा। 15 ओवर में 152 के संशोधित लक्ष्य को जिस प्रकार दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने हासिल किया, वह वाकई लाजवाब था। भारतीय गेंदबाजी दक्षिणी अफ्रीकी बल्लेबाजों के आगे बेबश नजर आई। देखा जाए तो हिंदुस्तान पहले पावर प्ले में ही मैच हार गया था। जब दक्षिण अफ्रीका की सलामी जोड़ी ने स्टार गेंदबाजों पर करारा प्रहार करना प्रारम्भ कर दिया था। सलामी बल्लेबाज रीजा हेनरिक्स ने स्कोर 78/1 तक पहुंचा दिया था। पहला मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था, इसलिए अब तीसरा मुकाबला हिंदुस्तान के लिए काफी अहम हो गया है।
गौतम गंभीर ने की सिराज की तारीफ
मैच के बाद टीम इण्डिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने हिंदुस्तान के गेंदबाजी प्रदर्शन पर काफी निराश जताई। लेकिन उन्होंने तेज गेंदबाज जोड़ी के पांच ओवरों में 58/1 के आंकड़े के बावजूद मोहम्मद सिराज का समर्थन किया। सिराज ने अपने पहले ओवर में 14 रन लुटाए, जबकि अर्शदीप ने 24 रन दिए। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के दूसरे ओवर में कुछ सुधार दिखा, जिसमें 11 रन बने। सिराज ने अपने अगले ओवर में हेनरिक क्लासेन का विकेट चटकाया।
सिराज ने चटकाया था अहम विकेट
पहले ओवर में इतने सारे रन लुटाने के बाद भी सिराज ने अपना स्पैल 1/27 के आंकड़े के साथ खत्म किया। इसी बात ने गंभीर को प्रभावित किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मोहम्मद सिराज इससे भी खराब गेंदबाजी करेंगे और फिर भी बेहतर आंकड़ों के साथ खत्म करेंगे। मैं अर्शदीप से थोड़ा निराश था क्योंकि जब उन्होंने पहला ओवर फेंका, तो पावरप्ले समाप्त हो गया था। गेंद गीली हो गई थी और उसे पकड़ना कठिन हो गया था। 13वां ओवर जो मुकेश ने फेंका वह बहुत बढ़िया था, जिसमें गीली गेंद के साथ डेविड मिलर जैसे गेंदबाज के विरुद्ध पिन-पॉइंट यॉर्कर था। ये कुछ बड़े सकारात्मक पहलू हैं।
जसप्रीत बुमराह की स्थान पक्की
टी20 विश्व कप प्रारम्भ होने में छह महीने बाकी हैं और सिराज और अर्शदीप दोनों टीम में स्थान बनाने की दौड़ में हैं। गंभीर का मानना है कि अब समय आ गया है कि हिंदुस्तान द्विपक्षीय श्रृंखला के नतीजों से ऊपर देखे और गेंदबाजों के समूह की पहचान करें, जो उनके लिए कारगर हो सकते हैं। टीम में जसप्रीत बुमराह की स्थान लगभग पक्की है। प्रतियोगिता सिराज, अर्शदीप, दीपक चाहर और मुकेश जैसे गेंदबाजों के बीच है।
टी20 विश्व कप के लिए यह है जरूरी
गंभीर ने आगे कहा, ‘विश्व कप से 6-7 महीने पहले द्विपक्षीय सीरीज अधिक प्रासंगिक नहीं है। हिंदुस्तान अपने गेंदबाजों का परीक्षण करना चाहेगा। आप देखना चाहेंगे कि आपकी डेथ ओवरों की गेंदबाजी कितनी मजबूत है। इसके अतिरिक्त टी20 वर्ल्ड कप में एक और विकल्प कौन हो सकता है। टीम मैनेजमेंट को नतीजों से अधिक इन चीजों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।’