विमेंस हॉकी नेशनल चैंपियनशिप से सीनियर टीम का होगा चयन
हॉकी इण्डिया के अध्यक्ष दिलीप तिर्की ने बुधवार को बोला कि 13 मार्च से पुणे में होने वाली विमेंस नेशनल चैंपियनशिप नेशनल टीम में सिलेक्शन ट्रायल के रूप में होगी। इसमें से ही नेशनल टीम के लिए नए खिलाड़ियों की चयन होगा।नेशनल टूर्नामेंट 13 से 23 मार्च तक आयोजित की जाएंगी। नेशनल विमेंस हॉकी को पिछले कुछ महीनों में खराब प्रदर्शन और निराशाओं का सामना करना पड़ा है। इस वर्ष रांची में हुए ओलिंपिक क्वालिफायर्स में भी टीम पेरिस का टिकट नहीं ले सकी।
28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भागेदारी होगी
हॉकी इण्डिया की प्रेस रीलीज में तिर्की ने कहा, टूर्नामेंट में 28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भागीदारी होगी, जिसमें भारतीय टीम के सदस्य अपने-अपने राज्यों का अगुवाई करेंगे। हॉकी इण्डिया के सिलेक्टर्स सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर बारीकी से नजर रखेंगे, उनकी सिफारिश के आधार पर हम नए कोर ग्रुप का चयन करेंगे।
वर्ल्ड कप 2026 और 2028 ओलिंपिक पर फोकस
तिर्की ने कहा, हर किसी को स्थान बनाने के लिए अपना बेस्ट देना होगा। हमें अब 2026 में FIH विमेंस वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने और साथ LA में होने वाले ओलंपिक की ओर बढ़ने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।भारत में बहुत प्रतिभा है, नेशनल चैम्पियनशिप नयी प्रतिभाओं की पहचान करने का एक जरूरी मंच है और हमें उन्हें मुख्य स्तर पर लाने के लिए घरेलू ढांचे को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
विमेंस हॉकी को बढ़ाने के लिए लीग फॉर्मेट लाएंगे
हॉकी इण्डिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने कहा कि विमेंस हॉकी खिलाड़ियों के लिए एक घरेलू लीग पर भी काम चल रहा है।वे बोले, हम डोमेंस्टिक कैलेंडर में कुछ नए टूर्नामेंट प्रारम्भ करने पर विचार कर रहे हैं, खासकर स्त्री हॉकी के डेवलपमेंट के लिए, यह लीग खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और नेशनल इवेंट में स्थान बनाने का मौका दे सकती है। अब फिर से टीम बनाने और भविष्य में निवेश पर ध्यान देने का समय आ गया है।
टीम की कोच जेनेक शोपमैन ने हाल ही में दिया इस्तीफा
भारतीय विमेंस हॉकी टीम की कोच जेनेक शोपमैन ने हाल ही में अपनी पोस्ट से रिजाइन दे दिया था।उन्हें पेरिस ओलिंपिक के लिए भारतीय टीम के क्वालिफाई नहीं कर पाने के बाद आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था।जनवरी 2024 में रांची में आयोजित FIH ओलिंपिक क्वालीफायर्स में भारतीय टीम पेरिस ओलिंपिक का कोटा हासिल नहीं कर सकी। ऐसे में हेड कोच की निंदा हो रही थी। उनका कॉन्ट्रैक्ट जून-जुलाई में एक्सपायर होने वाला था, लेकिन उन्होंने समय से पहले रिजाइन दे दिया