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मुंबई टीम ने विदर्भ को 169 रनों से मात देकर रणजी ट्रॉफी को 42वीं बार किया अपने नाम

रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन के फाइनल मुकाबले में मुंबई की टीम ने विदर्भ को 169 रनों से मात देने के साथ इस ट्रॉफी को रिकॉर्ड 42वीं बार अपने नाम किया है इस फाइनल मैच के पहले दिन के खेल को छोड़ दिया जाए तो बाकी के सभी चार दिन मुंबई की टीम का दबदबा देखने को मिला मुंबई ने विदर्भ को खिताबी मुकाबले में जीत के लिए 538 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था, जिसका पीछा करते हुए विदर्भ की टीम ने अपनी दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी प्रदर्शन तो किया लेकिन वह 368 के स्कोर तक ही पहुंचने में सफल हो सके मुंबई के लिए इस मुकाबले में तनुष कोटियन ने गेंद से अहम किरदार अदा की

विदर्भ के कप्तान का शतक भी नहीं दिला पाया टीम को जीत

फाइनल मुकाबले के चौथे दिन टारगेट का पीछा करने उतरी विदर्भ की टीम ने दिन का खेल समाप्त होने तक 5 विकेट के हानि पर 248 रन बना लिए थे इसके बाद टीम को कप्तान अक्षर वाडकर से एक मैच विनिंग पारी की आशा थी पांचवें दिन के खेल के पहले सत्र में विदर्भ की टीम ने एक भी विकेट नहीं गंवाया लेकिन इसके बाद मुंबई की टीम ने दूसरे सत्र में वापसी करने के साथ पहले अक्षय वाडकर को 102 रनों के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजा हर्ष दुबे को भी 65 के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजने के साथ जीत की तरफ कदम बढ़ा दिए थे यहां से विदर्भ की पारी को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा और पूरी टीम 368 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई मुंबई के लिए इस पारी में तनुष कोटियन ने 4 जबकि तुषार देशपांडे और मुशीर खान ने 2-2 विकेट अपने नाम किए वहीं शम्स मुलानी और धवल कुलकर्णी भी 1-1 विकेट हासिल करने में सफल रहे

मुंबई ने पूरे सीजन दिखाया बहुत बढ़िया खेल

अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में इस रणजी सीजन मैदान पर खेलने उतरी मुंबई की टीम का ग्रुप मैचों में बहुत बढ़िया प्रदर्शन देखने को मिला था, जिसमें उन्होंने 7 मैचों में से 5 में जीत हासिल की थी, जबकि एक ड्रा रहा और एक में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था इसके बाद बड़ौदा के विरुद्ध क्वार्टर फाइनल मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त होने पर पहली पारी में बढ़त के आधार पर मुंबई की टीम सेमीफाइनल में अपनी स्थान बनाने में सफल रही थी जहां पर उन्होंने तमिलनाडु को पारी और 70 रनों से मात देने के साथ फाइनल के लिए अपनी स्थान को पक्का किया मुंबई के लिए रणजी के इस सत्र में सबसे अधिक रन भूपेन लालवानी के बल्ले से देखने को मिले जिन्होंने 10 मैचों में 39.2 के औसत से 588 रन बनाए वहीं टीम के लिए सबसे अधिक विकेट मोहित अवस्थी ने हासिल किए जो 8 मैचों में 35 विकेट अपने नाम करने में सफल रहे

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