कौन हैं बूढ़े बाबा जिनका कल्कि धाम में PM मोदी ने लगाया जयकारा
Boodhe Baba Sambhal: पीएम मोदी (Narendra Modi) ने आज संभल (Sambhal) में कल्कि धाम (Kalki Dham) की आधारशिला रख दी। इस मौके पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी कल्कि धाम की खासियतों का भी जिक्र किया जो उन्हें आचार्य प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) ने बताई थीं। 10 गर्भगृह वाले अनोखे मंदिर को लेकर कल्कि धाम पहले से ही चर्चा में है। यह इसलिए भी खास बोला जा रहा है क्योंकि ये उन कल्कि ईश्वर का मंदिर है, जिनका अवतार होना बाकी है। इस बीच, एक और नाम बूढ़े बाबा (Boodhe Baba) भी चर्चा में आ गए हैं कि जिनका जयकारा प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान लगाया। आइए बूढ़े बाबा के बारे में जानते हैं।
कौन हैं बूढ़े बाबा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिन बूढ़े बाबा की जय बोली उन बूढ़े बाबा का मंदिर संभल के सांरगपुर गांव में है। यह गांव कैलादेवी क्षेत्र में हैं। हर वर्ष बूढ़े बाबा के मंदिर पर मेला लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर के बारे में ये भी मान्यता है कि यहां पूजा करने से त्वचा की रोंगों से छुटकारा मिलता है।
बूढ़े बाबा की मान्यता
मान्यता के मुताबिक, स्किन की रोंगों से निजात पाने के लिए श्रद्धालु यहां के तालाब में स्नान करते हैं। ये भी बोला जाता है कि बूढ़े बाबा के मंदिर में सात प्रकार का अनाज चढ़ाया जाता है। यहां श्रद्धालु अपनी श्रद्धानुसार प्रसाद चढ़ाते हैं और दान देते हैं। आसपास के क्षेत्र में बूढ़े बाबा की बड़ी मान्यता है।
तय होगी हजार वर्ष की रूपरेखा
अब जान लेते हैं कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल्कि धाम के बारे में और क्या-क्या कहा। अपने भाषण में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी कहे कि ईश्वर राम की तरह ही कल्कि अवतार भी हजारों वर्ष की रूपरेखा तय करेगा। हम ये कह सकते हैं कि कल्कि कालचक्र के बदलाव के प्रणेता भी हैं और प्रेरणास्रोत भी हैं। पहली बार हिंदुस्तान का नागरिक चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने में हो, अपने आप को गौरवान्वित महसूस करता है। राष्ट्र में सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास का ज्वार अद्भुत है। इसलिए आज हमारी शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार हैं।