आज हरियाणा 44 प्रतिशत जीएसटी वृद्धि के साथ देशभर में है सब राज्यों से आगे :दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़, 10 दिसंबर (हि।स।)। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बोला है कि प्रदेश की गठबंधन गवर्नमेंट ने पिछले चार वर्षों में प्रदेश भलाई में लगातार कार्य करके हरियाणा को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया है। उन्होंने बोला कि आज हरियाणा 44 फीसदी GST वृद्धि के साथ देशभर में सब राज्यों से आगे है और यह गठबंधन गवर्नमेंट की प्रोग्रेसिव सोच को दर्शाता है। वे रविवार को करनाल दौरे के दौरान पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।
डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बोला कि जेजेपी ने पिछले पांच वर्ष में संगठन मजबूती के लिए जो-जो कदम उठाए है, उससे संगठन को मजबूती मिली है और कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह है। उन्होंने बोला कि इस 20 दिसंबर तक जेजेपी का प्रदेशभर में सदस्यता अभियान जारी रहेगा। इसके अनुसार जेजेपी द्वारा प्रत्येक बूथ पर 25 नए सदस्यों को जोड़ा जा रहा है और प्रदेश में पांच लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने बोला कि पार्टी कार्यकर्ता से घर-घर जाकर जनहितैषी कार्यों का प्रचार-प्रसार करने का आह्वान किया है।
असंध हलके के गांव फफड़ाना में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में बतौर मुख्य मेहमान पहुंचे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बोला कि वर्तमान गवर्नमेंट ने राष्ट्र और प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान किए हैं। उन्होंने बोला कि बड़े उद्योगों को गवर्नमेंट ने हरियाणा की और प्रेरित करने का काम किया है। दुष्यंत चौटाला ने बोला कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने की दिशा में मारुति, बिरला ग्रुप जैसी कंपनियों ने हरियाणा प्रदेश में अपनी औद्योगिक इकाइयां लगाने का काम प्रारम्भ कर दिया है। उन्होंने बोला कि पद्मा योजना के अनुसार लगातार छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने का काम भी प्रदेश गवर्नमेंट कर रही है। डिप्टी मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं से विशेष रूप से अपील की कि वे दूसरे राष्ट्रों में जाने की बजाय अपने प्रदेश या राष्ट्र में तरक्की के अवसर अपनाएं। डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बोला कि पूर्व कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट के दौरान किसानों को दो-दो रुपए मुआवजा राशि के तौर पर मिलते थे लेकिन मौजूदा राज्य गवर्नमेंट ने किसानों के भलाई की और ध्यान देते हुए मुआवजा राशि 15 हजार रुपए प्रति एकड़ तक करने का काम किया। उन्होंने बोला कि अब किसान जब फसल मंडी में बेचकर आता है तो उसकी फसल के पैसे दो दिन के अंदर-अंदर ही उसके बैंक खाते में आ जाते हैं और इससे किसान वर्ग की ताकत बढ़ी है।