मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) जिले में भिन्न-भिन्न घटनाओं में दो आदिवासी युवकों की कथित तौर पर पिटाई करने का मुद्दा सामने आया है। इन मामलों में अब तक सात लोगों को अरैस्ट किया गया है। पुलिस ने यह बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि पहली घटना पिछले वर्ष 15 नवंबर की है। आरोपी, बासपानी क्षेत्र के निवासी पीड़ित को पैसे के लेनदेन में टकराव होने पर किसी बहाने से बैतूल शहर लाया था। वह पहले से उसे जानता था।
पुलिस ने बोला कि पीड़ित को कथित तौर पर एक कमरे में विपरीत लटका दिया गया और बेल्ट, चप्पल और डंडों से पीटा गया। पीड़ित ने मंगलवार को संवाददाताओं से बोला कि वह अपराधियों की ‘‘आपराधिक पृष्ठभूमि” के कारण उनसे डरता था और इसलिए पहले मुद्दे में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पीड़ित के परिवार के सदस्य मंगलवार को उसे कम्पलेन दर्ज कराने के लिए कोतवाली पुलिस थाना ले गए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बाद में तीन पहचाने गए व्यक्तियों और कई अन्य लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई।
बैतूल के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने बोला कि घटना में पांच-छह लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि एक आरोपी को अरैस्ट कर लिया गया है और अन्य की तलाश जारी है। घटना की आलोचना करते हुए कांग्रेस पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने बोला कि सीएम गृह विभाग को किसी ऐसे आदमी को सौंप दें जो मध्य प्रदेश में क्राइम को निर्णायक रूप से नियंत्रित कर सके। इस समय सीएम के पास ही गृह विभाग भी है।
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बोला कि एक अन्य घटना में, सात फरवरी को पुरानी दुश्मनी को लेकर लोगों के एक समूह ने एक आदिवासी पुरुष की कथित तौर पर पिटाई कर दी। विज्ञप्ति में बोला गया है कि घटना का एक वीडियो रविवार को वायरल हो गया और पुलिस ने सोमवार को दो आरोपियों को अरैस्ट कर लिया। पुलिस के अनुसार अरैस्ट आरोपियों की पहचान चंचल राजपूत और चंदन सरदार के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि बाद में चार और आरोपियों – गुल्लू चित्रार, अंकित चित्रार, नंदी झरबड़े और नावेद खान को भी अरैस्ट कर लिया गया।