Kerala विधानसभा में UCC के खिलाफ प्रस्ताव पास, सीएम विजयन बोले…
केरल के सीएम ने बोला कि संघ परिवार इस बात पर चर्चा नहीं कर रहा है कि यूसीसी की जरूरत है या नहीं। संविधान में कही गई यूसीसी की बात संघ परिवार के दिमाग में नहीं है।
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के केंद्र के कदम पर चिंता और निराशा व्यक्त करते हुए, केरल विधानसभा ने मंगलवार को सर्वसम्मति से यूसीसी के विरुद्ध प्रस्ताव पारित किया। केंद्र के कदम को “जल्दबाजी में की गई कार्रवाई” बताते हुए केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने दावा किया कि यूसीसी का कार्यान्वयन संविधान के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को समाप्त कर देगा। उन्होंने बोला कि संघ परिवार के लिए संविधान मनुस्मृति है। वे हमारे संविधान का सम्मान नहीं करते हैं।
केरल के सीएम ने बोला कि संघ परिवार इस बात पर चर्चा नहीं कर रहा है कि यूसीसी की जरूरत है या नहीं। संविधान में कही गई यूसीसी की बात संघ परिवार के दिमाग में नहीं है। उन्होंने भाजपा पर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लोगों का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने का भी इल्जाम लगाया। विजयन ने कहा, “संविधान का अनुच्छेद 44 सिर्फ़ यह प्रस्तावित करता है कि देश एक समान नागरिक संहिता को साकार करने का कोशिश करेगा। यह इस बात पर कायम है कि इसे समय के साथ विभिन्न धार्मिक समूहों के साथ आम सहमति और वार्ता के माध्यम से ही पूरा किया जाएगा।”
वामपंथी नेता ने कहा, “अंबेडकर, जिन्होंने अपने कानून चुनने के नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करते हुए संसद द्वारा समान नागरिक संहिता पारित करने की वकालत की, उन्होंने कभी इसके लिए दबाव नहीं डाला।” इस बीच, विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया और सर्वसम्मति से इसे पारित कर दिया। सतीसन ने कहा, “संकल्प के आखिरी पैराग्राफ में बोला गया है कि परामर्श के साथ इसे लागू किया जा सकता है। इसे यूसीसी में बदला जाना चाहिए और किसी भी मूल्य पर लागू नहीं किया जाना चाहिए।”
Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan moves the resolution in State Assembly on Uniform Civil Code (UCC)। Opposition is suggesting some amendments. सीएम will speak on it.
(Pic – सीएम in the Assembly earlier today) pic.twitter.com/PN00az55M3
— ANI (@ANI) August 8, 2023