राजस्थान पर दिल खोलकर मेहरबान हुआ रेलवे
राजस्थान में भाजपा की गवर्नमेंट आने के बाद रेल मंत्रालय दिख खोलकर सूबे पर मेहरबान हो गया है। एक बार फिर से कैबिनेट ने राजस्थान को बड़ा गिफ्ट दिया है। राजस्थान के जरूरी हिस्सों पर तीन रेलवे लाइनें डबल करने को स्वीकृति दी गई है। ये प्रदेश के वो हिस्से हैं जहां डबल लाइन से सबसे अधिक आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को गति मिल सकती है। कैबिनेट ने इसके लिए हजारों करोड़ के बजट को स्वीकृति दी है।
कैबिनेट ने उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर-सवाई माधोपुर, अजमेर-चंदेरिया और लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्गों के दोहरीकरण को स्वीकृति दे दी है। जयपुर-सवाई माधोपुर रूट के 131 किलोमीटर और 152.77 किलोमीटर को (दो भागों) में डबल लाइन बनाया जाएगा। इस काम पर अनुमानित लागत 1 हजार 268 करोड़ 57 लाख रुपये आएगी। इस मार्ग के दोहरीकरण होने से लाइन क्षमता में बढ़ोतरी होगी और अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा।
उत्तर पश्चिमी रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण इस मार्ग के दोहरीकरण से डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को फीडर मार्ग मौजूद होगा। जयपुर-सवाई माधोपुर रेल मार्ग के दोहरीकरण से रणथम्भौर में वन्य अभ्यारण, चौथ का बरवाड़ा, शिवाड़ में स्थित धार्मिक स्थल और वनस्थली में शैक्षणिक संस्थानों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
अजमेर-चंदेरिया के 178.20 और 212.08 किलोमीटर रेल मार्ग के दोहरीकरण कार्य की अनुमानित लागत के लिए 1813.28 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। इस मार्ग के दोहरीकरण होने से भीलवाड़ा में कपड़ा उद्योग और चित्तौड़गढ़ के इर्द-गिर्द स्थित सीमेंट इण्डस्ट्रीज को बढ़ावा मिलेगा। नसीराबाद में स्थित सेना क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों और सैनिकों के सुगम आवागमन के लिए बेहतर सुविधाएं मौजूद हों सकेंगी।
राजस्थान को नए ट्रैक मिलने और डबल लाइन की सुविधा मिलने के बाद इन इलाकों में रोजगार बढ़ने की प्रबल आसार जताई जा रही है। इसके साथ ही सिंगल लाइन पर चलने की वजह से रेलों के आवागमन में जो देरी होती थी अब वो परेशानी भी समाप्त हो जाएगी। अभी बजट मंजूर किया जा चुका है और जल्द ही इन मार्गों पर डबल लाइन का काम प्रारम्भ हो जाएगा