चंडीगढ़ से लोक सभा चुनाव लड़ने के लिए कुछ नए नामों की लिस्ट तैयार
Lok Sabha polls 2024 Chandigarh Lok Sabha constituency: आनें वाले लोकसभा चुनावों (Lok Sabha election 2024) में भाजपा (BJP) चंडीगढ़ से लोक सभा सांसद किरण खेर (Kirron Kher) की स्थान एक नया चेहरा उतारने पर विचार कर रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ से लोक सभा चुनाव लड़ने के लिए कुछ नए नामों की लिस्ट तैयार कर पार्टी के आला नेताओं को भेजी गई है, जिसमे मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री की एक प्रसिद्ध अदाकारा का नाम भी शामिल है।
बॉलीवुड का विकल्प बॉलीवुड?
हालांकि यह नाम पार्टी के अंदर लगातार कई महीनों से चर्चा में बना हुआ है। अपनी बेबाक बयानबाजी से अक्सर चर्चाओं में रहने के कारण लगातार उन्हीं के नाम के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि इस बार किरण खेर स्वयं पहले ही कह चुकी हैं कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ेंगी या नहीं? इस पर निर्णय पार्टी लेगी। वो ये भी कह चुकी हैं कि पार्टी को हर निर्णय उन्हें मंजूर होगा।
टिकट एक दावेदार अनेक
जून, 2023 में जब सांसद किरण खेर ने अचानक क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ाई थीं, तो अन्य नेताओं के समर्थकों की टेंशन बढ़ गई थी। 2019 के चुनाव के दौरान भी किरण खेर को टिकट मिलने का भरपूर विरोध हुआ है। इसी तरह 2014 में भी उनके नाम पर खूब हो हल्ला मचा था। नतीजों के बाद ये बोला गया कि किरण खेर को चुनाव जिताने में पांच पांडवो या पांच पंचों की किरदार रही थी। अन्यथा बगावती तेवरों के बीच बीते चुनाव में बाजी पलट सकती थी। खैर अंत भला तो सब भला क्योंकि भाजपा बीते दो लोकसभा चुनावों से ये सीट अपने पास बनाए हुए हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार किरण खेर चंडीगढ़ से दो बार सांसद का चुनाव जीती है लेकिन इस बार पार्टी एक नया चेहरा लाना चाहती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार बाकी अन्य दो बड़ी पार्टियां AAP और कांग्रेस पार्टी भी इस बार चुनाव जीतने के लिए जमीनी स्तर पर काफी सक्रिय हैं। ऐसे में मुकाबला इस बार एकतरफा नहीं बल्कि कांटे की भिड़न्त का होगा।
बीजेपी के सामने सेफ सीट बचाने की चुनौती
ऐसे में भाजपा बीते कई वर्षों से अपनी इस सेफ रही चंडीगढ़ की लोक सभा सीट को खोना नहीं चाहती है। इसलिए भाजपा यहां से एक दमदार और प्रसिद्ध चेहरे को चुनावी समर में उतारना चाहती है। अब ये देखना काफी दिलचस्प रहेगा कि किरण खेर पार्टी को यह विश्वास दिलाने में सफल होती हैं कि वो तीसरी बार भी चुनाव जीत लेंगी या फिर पार्टी इसके उल्टा किसी नए मजबूत चेहरे को परिस्थितियों के हिसाब चुनावी मैदान में उतारती है।