मोटे अनाज से बने प्रोडक्ट्स पर टैक्स कम करने को लेकर आज अहम फैसला
आज यानी शनिवार 7 अक्टूबर को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी काउंसिल की 52वीं बैठक होने जा रही है। जिसमे केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) भी शामिल होंगी।वहीं इसमें मिलेट्स यानी मोटे अनाज से बने प्रोडक्ट्स पर टैक्स कम करने को लेकर भी आज अहम निर्णय हो सकता है, इसके साथ ही साथ ही ‘शराब उद्योग’ को राहत मिलने की भी आज आसार है। ऐसी समाचार है कि, जीएसटी काउंसिल शराब कंपनियों को क्लैरिटी देने के लिए मॉलेसीस पर जीएसटी को 28% से घटाकर केवल 5% करने पर विचार कर सकती है।
मिलेट्स के प्रोडक्ट्स पर घट सकता है टैक्स
वहीं आज इसके अतिरिक्त बैठक में मोटे अनाज जैसे- ज्वार, बाजरा और रागी आदि से बने फूड को पाउडर के रूप में बेचे पर टैक्स छूट देने पर चर्चा हो सकती है। अभी इन पर 18% टैक्स लगता है। बता दें कि, केंद्र गवर्नमेंट ने G20 प्रेसिडेंसी में मिलेट्स को खूब प्रचारित किया था। बैंक या किसी कंपनी और उसकी सहायक कंपनियों को डायरेक्टर्स और प्रमोटरों की ओर से दी गई कॉर्पोरेट गारंटी को टैक्स के दायरे में लाना जैसे मुद्दे भी शामिल है।
‘ऑनलाइन गेमिंग’ पर लगने वाले जीएसटी पर हो सकती है चर्चा
इसके अतिरिक्त आनें वाले 1 अक्टूबर से, औनलाइन गेमिंग, हॉर्स रेसिंग और कसीनो के एंट्री पॉइंट पर किए डिपॉजिट के फुल फेस वैल्यू पर 28% जीएसटी लागू हो चुका है। दरअसल बीते 2 अगस्त को हुई 51वीं बैठक में इस पर आखिरी निर्णय लिया गया था। फिलहाल इन खेलों पर 18% तक टैक्स लगता था। जिसका गेमिंग कंपनियां लगातार विरोध कर रही हैं। ऐसे में इस बार जीएसटी काउंसिल इस मामले को लेकर भी चर्चा कर सकती है।
सितंबर में 7वीं बार बहुत बढ़िया रेवेन्यू कलेक्शन
जानकारी दें कि केंद्र गवर्नमेंट ने बीते सितंबर 2023 में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी से 1.63 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। देखा जाए तो ये एक वर्ष पहले यानी सिंतबर 2022 के मुकाबले 10.2% अधिक अर्जित हुआ है। उस समय जीएसटी से 1.47 लाख करोड़ रुपए जुटाए गए थे। वहीं इससे 1 महीने पहले अगस्त में गवर्नमेंट ने 1.59 लाख करोड़ रुपए और जुलाई में 1.65 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन किया था। ख़ास बात यह है कि, ऐसा लगातार 7वीं बार ऐसा हुआ है कि रेवेन्यू कलेक्शन 1.5 लाख करोड़ से ऊपर रहा है।