राष्ट्रीय

झोपड़ी में रहने वाले बाबूलाल खराड़ी कैसे बने भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री, पढ़ें पूरी खबर

राजस्थान के भजनलाल के मंत्री मंड़ल में स्थान बनाने वाले बाबूलाल खराड़ी के परिवार में उनकी दो पत्नी है  और तो और उनकी दोनों पत्नी साथ ही रहती है उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं चारों बच्चों की विवाह हो चुकी है सबसे बड़े बेटा देवेन्द्र खराड़ी और प्रदु्मन खराड़ी अभी खेती का काम करते हैं बाबूलाल खराड़ी के पास एक ट्रेक्टर और एक स्कॉर्पियो गाडी है खास बात ये है कि चौथी बार विधायक बने खराड़ी आज भी केलूपोश मकान में रहते हैं

केलूपोश मकान में रहते हैं बाबूलाल खराड़ी

उनके पास अपना पक्का मकान नहीं है उनकी इस सादगी को लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता प्रशंसा कर चुके हैं जिनमें पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी विजिया राहटकर सहित कई नेता उनके घर पहुंचे थे खराड़ी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड कार्यवाहक भी रह चुके हैं विधायक बनने से पहले वे खंड कार्यवाहक रहते हुए निजि विद्यालय में बतौर शिक्षक पढ़ाते थे

कोटड़ा मंडल युवा मोर्चा अध्यक्ष रह चुके हैं बाबूलाल खराड़ी

जिसके बाद वे वनवासी कल्याण परिषद द्वारा संचालित विद्यालयों के सुपरवाइजर बने थे खराड़ी के काम और उनकी सादगी को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें 1987 में कोटड़ा कोटड़ा मंडल युवा मोर्चा अध्यक्ष बनाया था जो उनकी राजनीति का टर्निंग प्वाइंट था इसके बाद वे पहली बार 1995 में जिला परिषद सदस्य के तौर पर चुनाव लड़े  इसके बाद साल 2000 में कोटड़ा के प्रधान बने इसके बाद बीजेपी ने इन्हें विधायक का टिकट दिया

पहली बार मिली थी हार 

1998 में जिसमें पहली बार विधान सभा चुनाव में हार मिली थी फिर दूसरी बार 2003 बीजेपी ने इन पर वापस भरोसा जताया था | जिसके बाद वे विधायक बने दुसरी बार 2008, तीसरी बार मोदी लहर में 2013 में चुनाव हारे, 2018में पुनः बीजेपी ने पांचवी बार टिकीट दिया जिसमे विजय हुए

2021में सर्व श्रेष्ठ विधायक चुने गए 

2023 में बीजेपी ने झाड़ोल विधानसभा क्षेत्र से छठी बार विधायक प्रत्याक्षी बनाया जिस पर काफी विरोध के बाद भी चौथी बार विजय हुए

झाडोल विधानसभा में लगातर जो भी विधायक जीते उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ा लेकिन क़रीब 20 वर्षो के बाद पहली बार झाड़ोल विधायक के पक्ष की गवर्नमेंट और मंत्री पद भी मिला है

Related Articles

Back to top button