गृह मंत्रालय ने ईडी अधिकारियों पर हमले की ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के ऑफिसरों पर हमले के मुद्दे में केंद्रीय गृह मंत्रालय एक्शन मोड़ में आ गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 5 जनवरी की घटना को लेकर ममता गवर्नमेंट से रिपोर्ट मांगी है।
टीएमसी के मंत्री का बयान
इससे पहले पश्चिम बंगाल के कृषि मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने विवादित बयान दिया है। जिसे लेकर राजनीति प्रारम्भ हो गई है। चट्टोपाध्याय ने मंगलवार को दावा किया कि ऐसे हमले राष्ट्र के अन्य हिस्सों में भी होंगे जहां जांच एजेंसियां छापेमारी करती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्य में एक जगह पर जनाक्रोश का विस्फोट देखा… भविष्य में हिंदुस्तान में अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटनाएं होंगी।’’
विपक्ष ने क्या कहा
मंत्री के आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने बोला कि पश्चिम बंगाल के लोगों को बचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट को तुरंत सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहिए। एक अन्य क्षेत्रीय बीजेपी नेता ने केंद्रीय एजेंसियों के विरुद्ध टिप्पणी के लिए चट्टोपाध्याय की गिरफ्तारी की मांग की। वाम मोर्चा नेता सुजॉन चक्रवर्ती ने बोला कि चट्टोपाध्याय इस तरह के बयानों से सियासी फायदा हासिल करने की प्रयास कर रहे हैं।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता शाहजहां शेख के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली स्थित परिसरों पर छापेमारी के लिए पांच जनवरी को पहुंची प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर हुए हमले में उसके तीन अधिकारी घायल हो गए थे और उनके मोबाइल, लैपटॉप और बटुए ‘लूट’ लिए गए थे। शेख अभी फरार हैं और प्रवर्तन निदेशालय ने उनके विरुद्ध लुक-आउट सर्कुलर (एलसी) जारी किया है। शेख को राष्ट्र से बाहर जाने से रोकने के लिए सभी जमीनी, वायु और समुद्री बंदरगाहों को अलर्ट कर दिया गया है।