केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सोमवार को सारुण्डा और जैसलसर में बीजेपी प्रत्याशी बिहारी लाल विश्नोई के समर्थन में जनसभा की। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस पार्टी गवर्नमेंट को आड़े हाथ लेते हुए बोला कि गहलोत गवर्नमेंट की एक ही गारंटी है करप्शन और दंगे करवाना है। इसलिए इस बार जनता को कांग्रेस पार्टी की गारंटियों के भुलावे में नहीं आना है।
उन्होंने एक वोट को ठीक स्थान देने का महत्व समझाते हुए बोला कि राष्ट्र के लोगों ने पहली बार 2014 और 19 में देशहित को ध्यान में रखकर वोट किया। राष्ट्र में मोदी गवर्नमेंट बनी और इस गवर्नमेंट के आते ही राष्ट्र की तकदीर और तस्वीर, दोनों बदली है। हिंदुस्तान के तिरंगे की ताकत बढ़ी है। मोदी जी के राज में गरीब के घर की तस्वीर बदली। स्त्रियों के सम्मान और सुरक्षा का ध्यान दिया गया। गरीब माताओं और बहनों के सिर पर पानी का घड़े का बोझ उतारने का काम किया।
जल जीवन मिशन में आज साढे़ सोलह करोड़ परिवारों के घरों में पानी पहुंच चुका, लेकिन राजस्थान में मिशन के अनुसार काम नहीं हुआ। राजस्थान को तीस हजार करोड़ रुपये दिए गए। उसमें दस हजार रुपये खर्च हुए। शेष में भ्रष्टाचार हुआ। उसकी जांच के लिए जब प्रवर्तन निदेशालय भेजी तो इनके पेट में दर्द हो गया।
शेखावत ने बोला कि एक वोट आपने देशहित में दिया। राष्ट्र ने दुश्मनों के विरुद्ध सर्जिकल हड़ताल की। राजस्थान में आपने एक वोट गलत दे दिया था। इसका रिज़ल्ट आपने देखा। किस तरह के हालात राजस्थान में हो गए। राजस्थान में तानाशाही की पराकाष्ठा हो गई। करप्शन बढ़ गया। राष्ट्र में सबसे अधिक महंगाई राजस्थान में है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी सबसे अधिक राजस्थान में हैं।
शेखावत ने बोला कि राजस्थान की पहचान अमृता देवी के बलिदान से थी। पद्मिनी के जौहर से थी, लेकिन गहलोत गवर्नमेंट ने राजस्थान को बलात्कार की राजधानी बना दिया। अब ये झूठी गारंटी लेकर आए हैं। साढ़े चार वर्ष तक काम किया नहीं, अब गारंटियां दे रहे हैं।
उन्होंने बोला कि गहलोत गवर्नमेंट ने किसानों को बिजली में आर्थिक सहायता बंद कर दिया। अब फ्री बिजली की घोषणा कर रहे हैं। यह साधारण चुनाव नहीं है। यह चुनाव राजस्थान का भविष्य तय करने वाला चुनाव है, इसलिए आप लोगों को जिम्मेदारी से वोट करना होगा। ये समय सनातन के विरुद्ध वोट देने वालों को उत्तर देने का है। गहलोत गवर्नमेंट अब सात गारंटियां दे रही है, लेकिन इनके पास एक ही गारंटी है करप्शन की गारंटी, दंगे कराने की गारंटी। पेपर लीक की गांरटी। इसलिए इस बार इन गारंटियों के फेर में नहीं पड़ना है।