दूल्हे के परिवार वालों से 25 हजार रुपये ले लिए जबरन कराई बाल विवाह
निर्मल में बाल विवाह: उनकी विवाह पिछले जुलाई में हुई थी। उसे पता चला कि उसकी पत्नी निःसंतान है। शादी के एक महीने पहले ही उन्होंने अपनी पत्नी से रिश्ता तोड़ लिया। वह अपनी दूसरी विवाह के लिए तैयार थे। जो लड़की विवाह नहीं करना चाहती थी, उसने सरपंच की सहायता से पुलिस और ऑफिसरों से संपर्क किया। निर्मल जिले के कुंतला मंडल में हुई इस घटना का विवरण इस प्रकार है।।
यह जोड़ा कुंतला मंडम के ओला गांव का रहने वाला है और उनकी एक बेटी (14) है। लड़की की विवाह निर्मल ग्रामीण मंडल के कोंडापुर गांव के दसारी नागेश (33) नाम के पुरुष से हुई थी। हालांकि लड़की विवाह नहीं करना चाहती थी, लेकिन परिजनों ने 10 दिन पहले जबरदस्ती सगाई कर दी। रविवार को कोंडापुर में विवाह भी हो गई।
शादी के बाद की गतिविधियों के अनुसार रविवार रात नवदंपति समेत दोनों परिवारों के सभी सदस्य ओला गांव आए। सोमवार की सुबह नागेश और परिवार के सभी सदस्य शराब पीने के लिए घर से बाहर गये थे। यही बात सोचकर लड़की घर से बाहर निकली और मुद्दा सरपंच फातिमा को बताया। उसने बोला कि उसने अपनी मर्जी के विरुद्ध विवाह की है। वह रोते हुए अपने घर से निकलने ही वाली थी कि उसकी मां और चाचा ने दूल्हे के परिवार वालों से 25 हजार रुपये ले लिए और जबरन उसकी विवाह करा दी।
सरपंच फातिमा ने तुरंत पुलिस और आईसीडीएस अधीक्षक लक्ष्मीविशारद को टेलीफोन पर सूचना दी। वे ओला गांव पहुंचे और दोनों पक्षों के परिजनों से पूछताछ की। लड़की के उम्र प्रमाण पत्र की जांच करने पर पता चला कि बाल शादी हुआ है। दसारी नागेश के बारे में जानकर दंग रह गई जिसने उस लड़की से विवाह की थी। पुलिस ने कहा कि बच्चे होने के बाद उसने अपनी पहली पत्नी से रिश्ता तोड़ लिया। उन्होंने कहा कि उनकी पहली विवाह जुलाई महीने में हुई थी। लड़की की कम्पलेन के अनुसार मुद्दा दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। आईसीडीएस के ऑफिसरों ने लड़की को निर्मल सखी सेंटर में भर्ती कराया और सुरक्षा प्रदान की।