10 करोड़ का टैक्स बचाने के लिए 300 करोड़ की धोखाधड़ी, अग्रवाल बंधु सहित 80 लोगों पर FIR
Big action of EoW in 300 crore fraud case(शब्बीर अहमद): राज्य में 300 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़ा मुद्दे में आर्थिक क्राइम शाखा (EoW) ने बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि सोया एक्सट्रेक्ट डायरेक्टर अग्रवाल बंधु समेत 80 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। 10 करोड़ का टैक्स बचाने के लिए 300 करोड़ घोटाले के मुकदमा में 39 फर्जी कंपनियों और 80 लोगों पर दो अरब के घोटाले का मुद्दा दर्ज किया गया है। फर्जी कंपनियां, मध्य प्रदेश के भिन्न-भिन्न शहरों में रजिस्टर्ड होने के अलावा, दिल्ली में भी कई कंपनियां रजिस्टर्ड हैं।
फर्जी कंपनियों के नाम से करवाया रजिस्ट्रेशन
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने 10 करोड़ रुपए का टैक्स बचाने के लिए फर्जी कंपनियों के नाम से रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिसकी कम्पलेन 2 वर्ष पहले इंदौर के एक व्यापारी ने EoW उज्जैन से की थी। कम्पलेन के मुद्दे में जांच के बाद 80 लोगों पर मुद्दा किया दर्ज किया गया। आरोपियों पर इल्जाम है कि फर्जी कंपनी बनाकर ऑयल का व्यापार पिछले 5 वर्षों तक किया गया। ऑयल की खरीद केवल कागजों पर हुई ना तो ऑयल खरीदा गया और ना ही बेचा गया, लेकिन बिल के जरिए पूरा लेनदेन हुआ।
जीएसटी की चोरी
इस मुद्दे में 10 करोड़ रुपए की GST चोरी भी शामिल है। जिसके अनुसार 420, 467, 120 B के अनुसार मुद्दा दर्ज किया गया, जिसके लिए अग्रवाल बंधुओं के विरुद्ध ईओडब्ल्यू गिरफ्तारी की तलाश में जुटी हुई है।
क्या है आर्थिक क्राइम यूनिट(EoW) ?
आर्थिक क्राइम यूनिट, पूरी तरह से राज्य गवर्नमेंट का मुद्दा है। इसकी स्थापना, राज्य गवर्नमेंट के अधिनियम के अनुसार की गई है, यह सीआईडी यानी क्राइम जांच विभाग का एक उप विभाग है। 1970 के आसपास हर राज्य में आर्थिक क्राइम यूनिट की स्थापना की गई।