Farmers Protest: किसान संगठन ने केंद्र सरकार के रवैये पर उठाया सवाल
दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों पर किसान आंदोलन लगातार दूसरे दिन जारी है। बुधवार को भी सुरक्षाकर्मियों के साथ किसानों की झड़प हुई। इस बीच समाचार है कि किसान संगठन और केंद्र गवर्नमेंट के बीच गुरुवार को तीसरे दौर की वार्ता होगी। बैठक गुरुवार की शाम 5 बजे रखी गई है। किसान नेताओं ने कहा कि वार्ता के लिए गवर्नमेंट की ओर से चिट्ठी मिली है, जिसके लिए वो तैयार हैं। मालूम हो सैकड़ों की संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर जमे हुए हैं। प्रदर्शन के दूसरे दिन बुधवार को भी किसान दिल्ली मार्च के लिए पंजाब-हरियाणा की दो सीमाओं पर डटे रहे। पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने हरियाणा की सीमा पर बैरिकेड हटाने का नये सिरे से कोशिश किया।
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, केंद्र के साथ बैठक कल शाम 5 बजे होगी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, यदि केंद्र कोई हल करे, तो हम हल के तैयार हैं। हम विवाद नहीं चाहते हैं। वार्ता के लिए हम शांति के साथ बैठेंगे। इस दौरान किसान नेताओं ने केंद्र गवर्नमेंट के रवैये पर भी प्रश्न उठाया और पुलिस कार्रवाई को गलत बताया। किसानों ने कहा, अर्धसैनिक बलों की तैनाती क्यों की गई है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय कर रहे किसानों से बात
प्रदर्शनकारी किसानों से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय को लगाया गया है। इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक), किसान मजदूर मोर्चा समेत किसान संगठनों के नेताओं के साथ चंडीगढ़ में दो दौर की बैठक की थी लेकिन वार्ता बेनतीजा रही और किसानों ने मंगलवार को ‘दिल्ली चलो’ मार्च प्रारम्भ कर दिया।