भारत में पिछले करीब डेढ़ महीने से कोविड-19 संक्रमण के दैनिक मुद्दे तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से औसतन प्रतिदिन 500-600 लोगों में नए मामलों की पुष्टि की जा रही है।भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के डेटा से पता चलता है कि ये नया वैरिएंट हिंदुस्तान के भी अधिकतर हिस्सों में फैल चुका है।
6 जनवरी तक नया वैरिएंट JN.1 राष्ट्र 12 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेश में 682 लोगों को संक्रमित कर चुका है। केरल, कर्नाटक कोविड-19 के बढ़ते मामलों से सबसे प्रभावित राज्य हैं। यहां अस्पतालों में रोगियों की संख्या भी बढ़ी हुई देखी जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसारराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 605 नए मुकदमा दर्ज किए गए, चार लोगों की संक्रमण से मृत्यु भी हुई है।सक्रियमुकदमा 4000 से ऊपर बने हुए हैं। स्वास्थ्य जानकार कहते हैं, नए वैरिएंट के कारण भले ही गंभीर बीमारी के मुद्दे कम देखे जा रहे हैं, लोग सरलता से घर पर रहकर ठीक हो रहे हैं, पर जिस तीव्रता के साथ इस वैरिएंट की संक्रमण बढ़ाने वाली प्रकृति है, वो भविष्य के लिए गंभीर संकेत दे रही है। सभी लोगों को कोविड-19 से सुरक्षित रहने के लिए लगातारतरीका करते रहने की जरूरत है।
दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति
मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी में भी कोविड-19 के नए वैरिएंट के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ा है। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में नए वैरिएंट JN.1 के कारण अब तक 24 मुद्दे सामने आए हैं, जिनमें तीन रोगी दिल्ली के बाहर से थे। ये सभी संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
अधिकारियों ने सोमवार को कहा, चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि रोगियों में हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं। JN.1 सब-वैरिएंट की पहली रोगी को लक्षण दिखने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, लेकिन कुछ ही दिनों में वह ठीक हो गई।