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West Bengal : विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत साइबर अपराध से जुड़ी शिकायतें अब स्थानीय थाने में भी होगी दर्ज

कोलकाता, मनोरंजन सिंह : पश्चिम बंगाल के विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट (Bidhannagar Police Commissionerate) भीतर साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायतें अब क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन में भी दर्ज होगी कम्पलेन मिलने पर सबसे पहले क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन की पुलिस जांच करेगी विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से प्रत्येक थानों को ऐसा ही निर्देश दिया गया है इसके लिए प्रत्येक पुलिस स्टेशन में चयनित ऑफिसरों को सूचना प्रौद्योगिकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है हर पुलिस स्टेशन में साइबर सेल बनाये गये हैं मालूम रहे कि कोलकाता पुलिस में पहले से ही हर पुलिस स्टेशन में साइबर क्राइम की शिकायतें दर्ज करने की एक प्रणाली है साथ कोलकाता पुलिस के प्रत्येक डिवीजन में एक अलग साइबर सेल भी है क्राइम की गंभीरता को देखते हुए मामलों को क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन या डिवीजन के साथ-साथ खुफिया विभाग की साइबर शाखा को भेज दिया जाता है

बढ़ते साइबर क्राइम से बढ़ता दबाव

विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक दिन नये-नये उपायों से साइबर क्राइम हो रहे हैं सभी पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में ही लोग इसके शिकार हो रहे हैं इससे मामलों का दबाव भी बढ़ता जा रहा है इसलिए साइबर क्राइम की जांच सिर्फ़ कमिश्नरेट के एक साइबर पुलिस स्टेशन पर निर्भर रहने की बजाय सभी थानों को निर्देश दिया गया है क्षेत्रीय थाना साइबर क्राइम की घटना में एफआइआर दर्ज कर जांच करेगी बड़े जटिल मामलों में साइबर पुलिस स्टेशन की सहायता ली जायेगी

इस कदर होती थी लोगों को परेशानी

विधाननगर में साइबर थाना सॉल्टलेक में है राजारहाट-न्यू टाउन कहीं भी साइबर फर्जीवाड़ा होने पर पीड़ित को सॉल्टलेक आकर साइबर पुलिस स्टेशन में मुद्दा दर्ज करना पड़ता था कई मामलों में ठगी के शिकार लोग बिना कुछ जाने-समझे इधर से उधर भटकते रहते थे अब क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन की पुलिस ही उनकी सहायता करेगी साइबर क्राइम के मामलों को आम तौर पर पहले अन्य पुलिस स्टेशन पीड़ित को साइबर पुलिस स्टेशन ही भेज देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन द्वारा जांच की की जायेगी

साइबर सेल में होंगे ऐसे अधिकारी

विधाननगर में साइबर क्राइम के प्रति लोगों को सतर्क करने के लिए पुलिस स्टेशन स्तर पर कई परियोजनाएं प्रारम्भ की गयी हैं पुलिस अब नागरिकों को और अधिक से अधिक सतर्क करना चाहती है साथ ही अधिक से अधिक पुलिस ऑफिसरों को भी साइबर क्राइम के मामलों के निपटारा करने के लिए प्रशिक्षित करने का कोशिश किया जा रहा है प्रत्येक पुलिस स्टेशन में एक अलग साइबर सेल बनाया गया है साइबर सेल में ऐसे अधिकारी होंगे, जो सूचना प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साही हैं और गणित या विज्ञान के विद्यार्थी रहे होंगे पुलिस स्टेशन की साइबर सेल ही साइबर अपराध की शिकायतों की जांच करेगी इससे साइबर पुलिस स्टेशन पर दबाव नहीं बढ़ेगा

हर पुलिस स्टेशन को इन बातों का रखना होगा ध्यान

विधाननगर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गैरकानूनी कॉल सेंटरों के कई मामलों में सरगनाओं को पकड़ने के लिए विदेशी जांच एजेंसियों की भी सहायता लेनी पड़ी है जालसाज यहां से विदेशी नागरिकों को ठग रहे थे इस तरह के मामलों में 800 लोगों को अरैस्ट किया गया साइबर क्राइम का स्वरूप प्रत्येक दिन बदल रहा है थानों को विशेष रूप से सावधान रहने का निर्देश दिया गया है हर पुलिस स्टेशन को इस बात पर नजर रखने होंगे कि क्या उनके इलाकों में नये कॉल सेंटर खुले हैं या नहीं, वे कॉल सेंटर क्या कर रहे हैं, क्षेत्र में साइबर कैफे कैसे चल रहे हैं, उन्हें कौन चला रहा है, इन सब पर नजरदारी रखनी होगी

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