धीरज साहू से जुड़े कई ठिकानों से 200 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी की गई बरामद
शुक्रवार को ओडिशा और झारखंड में कांग्रेस पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े कई ठिकानों से 200 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की गई। इनकम टैक्स विभाग बुधवार (6 दिसंबर) से पड़ोसी राज्यों में साहू के परिसरों पर छापेमारी कर रहा था। समाचार लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी। सूत्रों के मुताबिक, ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की गई, जहां से ज्यादातर नकदी बरामद की गई। अन्य स्थानों पर संबलपुर, बोलांगीर, टिटिलागढ़, बौध, सुंदरगढ़, राउरकेला और भुवनेश्वर में छापे मारे गए। वहीं, नोटों की गिनती अभी भी जारी है।
इसी को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बोला कि कांग्रेस पार्टी ने आखिर कहां-कहां काली कमाई और नोट छिपा रखे की है? राहुल गांधी और सोनिया गांधी बार-बार नोटबंदी के विरुद्ध क्यों बोलते हैं? झारखंड में कांग्रेस पार्टी सांसद धीरज साहू के यहां से 200 करोड़ रुपये से अधिक नकद मिली और गिनती जारी है… बैग और बोरियां कम पड़ गईं… कांग्रेस, करप्शन(भ्रष्टाचार) और कैश, ये तीनों एक साथ चलते हैं। स्मृति ईरानी ने बोला कि मोहब्बत की दुकान पर करप्शन का कारोबार चल रहा है… कांग्रेस पार्टी के आलाकमान और गांधी खानदान को राष्ट्र को ये बताना होगा कि उनके जिस सांसद के 10 ठिकानों से जो 200 करोड़ रुपये बरामद हुए, ये कांग्रेस पार्टी नेता गांधी खानदान में किसका ATM था? अब तक कांग्रेस पार्टी पार्टी ने खामोशी साध रखी है… ये कौन है जिसका ATM बनकर कांग्रेस पार्टी का ये नेता उभरा है?
भाजपा के गौरव भाटिया ने बोला कि घमंडिया गठबंधन दीमक की तरह हमारे राष्ट्र की अर्थव्यवस्था, समाज, नागरिकों के अधिकारों को खा रहा है। कांग्रेस, आप, तृण मूल काँग्रेस जैसी पार्टियां आज भ्रष्टाचार, लूट-खसोट और कमीशनखोरी का पर्याय बन गई हैं। आश्चर्य की बात ये है कि इस पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे चुप हैं। उन्होंने बोला कि पांच प्रदेशों के चुनाव में करप्शन एक बहुत बड़ा मामला था और बीजेपी ने इसे बल शोर से उठाया। एक तरफ घमंडिया गठबंधन की करप्शन की गारंटी है, तो वहीं दूसरी ओर पीएम जी की गारंटी है कि करप्शन को जड़ से समाप्त कर देंगे और जनता की पाई पाई वसूलेंगे।
जब्त किए गए पैसों की गिनती में बैंक स्टाफ के साथ 30 से अधिक अधिकारी शामिल थे। मुद्राओं को गिनने के लिए आठ से अधिक गिनती मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा था। मतगणना क्षमता बढ़ाने के लिए तीन और मशीनें मंगाए जाने की आसार है। मुद्रा से भरे लगभग 150 पैकेट अब तक बोलांगीर में एसबीआई की मुख्य शाखा में ले जाए गए हैं।