दमदार आवाज से श्रोताओं के दिलों में बसे थे अमीन सयानी
अमीन सयानी! वह शख्स, जिन्हें लोग उनकी आवाज से पहचान लिया करते। रेडियो पर जब उनकी आवाज आती तो लोग दिल थामकर बैठ जाते। आज वह आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है। अमीन सयानी का दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गया है। अमीन सयानी लोकप्रिय रेडियो प्रस्तोता रहे। चर्चित शो ‘बिनाका गीत माला’ के जरिए वे घर-घर में पहचाने गए। वह दौर जब एलईडी टीवी घर-घर में नहीं थे, ओटीटी नहीं था और सिनेमाघर तक सभी की पहुंच नहीं थी, केवल रेडियो ही मनोरंजन का मुख्य साधन था, तब अमीन सयानी श्रोताओं के पसंदीदा थे। आइए जानते हैं उनके बारे में…
मुंबई से प्रारम्भ हुआ सफर
अमीन सयानी का जन्म 21 दिसंबर 1932 मुंबई में हुआ। उन्होंने रेडियो की दुनिया में अपना बड़ा नाम स्थापित किया। दर्शक उनकी आवाज से सीधे तौर पर जुड़े और दिल थामकर उनके कार्यक्रम का प्रतीक्षा किया करते। अमीन सयानी ने रेडियो प्रेजेंटर के तौर पर अपने करियर की आरंभ ऑल इण्डिया रेडियो, मुंबई से की थी। उनके भाई हामिद सयानी ने उनका परिचय यहां से कराया था।
पचास हजार से अधिक कार्यक्रमों का रिकॉर्ड दर्ज
रिपोर्ट्स के अनुसार सयानी ने करीब दस सालों तक अंग्रेजी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने हिंदुस्तान में ऑल इण्डिया रेडियो को लोकप्रिय बनाने में अहम किरदार निभाई। रिपोर्ट्स के अनुसार अमीन सयानी ने नाम पर 54,000 से अधिक रेडियो कार्यक्रम प्रोड्यूस/वॉयसओवर करने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने करीब 19,000 जिंगल्स के लिए आवाज देने के लिए भी अमीन सयानी का नाम लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है।
फिल्मों में दर्ज कराई उपस्थिति
रेडियो ने अमीन सयानी को जो पहचान दिलाई, वह बहुत आगे तक कई। वे कई फिल्मों में रेडियो अनाउंसर के तौर पर नजर आए। इनमें भूत बंगला, तीन देवियां, बॉक्सर और हत्या जैसी फिल्में शामिल हैं। रेडियो की दुनिया में अपने सहयोग के लिए अमीन सयानी को कई बड़े और प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किए गए। इनमें लिविंग लीजेंड अवॉर्ड (2006), भारतीय सोसाइटी ऑफ एटवरटाइजमेंट की तरफ से गोल्ड मेडल (1991) , पर्सन ऑफ द ईयर अवॉर्ड (1992)- लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स शामिल हैं।