नयी दिल्ली: रिलायंस जियो (Realiance Jio) ने राष्ट्र के दूरदराज के क्षेत्रों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने वाली हिंदुस्तान की पहली उपग्रह-आधारित गीगा फाइबर सेवा (Giga Fibre Service) शुक्रवार को पेश की। जियो ने ‘इंइिया मोबाइल कांगेस’ (IMC 2023) में शुक्रवार को नए उपग्रह आधारित ब्रॉडबैंड ‘जियो स्पेस फाइबर’ को पेश किया। ‘जियो स्पेस फाइबर’ उपग्रह आधारित गीगा फाइबर प्रौद्योगिकी है, जो उन दुर्गम इलाकों में सपंर्क स्थापित करेगी जहां फाइबर केबल से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाना सरल नहीं है।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन आकाश अंबानी ने जियो पवेलियन में पीएम नरेन्द्र मोदी को जियो स्पेस फाइबर सहित जियो की स्वदेशी प्रौद्योगिकी और उत्पादों के बारे में बताया। आकाश अंबानी ने कहा, ‘‘ जियो ने हिंदुस्तान में लाखों घरों और व्यवसायों को पहली बार ब्रॉडबैंड इंटरनेट का अनुभव कराया।
Reliance Jio Infocomm Limited, demonstrates India’s first satellite-based giga fiber service ‘JioSpaceFiber’ to provide high-speed broadband services to previously inaccessible geographies within India. Jio demonstrated its new satellite broadband, at India Mobile Congress in… pic.twitter.com/otG67ggY1i
— ANI (@ANI) October 27, 2023
जियो स्पेस फाइबर के साथ हम उन लोगों तक पहुंच स्थापित करना चाहते हैं जो अभी इससे वंचित हैं।” कंपनी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जियो वर्तमान में 45 करोड़ से अधिक भारतीय कंज़्यूमरों को हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड फिक्स्ड लाइन और वायरलेस सेवाएं प्रदान करता है। विज्ञप्ति में बोला गया, ‘‘ हिंदुस्तान में हर घर के लिए डिजिटल समावेशिता में तेजी लाने के उद्देश्य से जियो ने अपनी ब्रॉडबैंड सेवाओं जियो फाइबर तथा जियो एयर फाइबर के साथ अब जियो स्पेस फाइबर को जोड़ा है। यह सेवा पूरे राष्ट्र में अत्यधिक किफायती कीमतों पर मौजूद होगी। ”
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘ हिंदुस्तान के चार सबसे दूरस्थ जगह जियो स्पेस फाइबर से जुड़ चुके हैं। इनमें गुजरात का गिर राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ का कोरबा, ओड़िशा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल है। जियो ‘जियो स्पेस फाइबर’ से दूरदराज के इलाकों में ब्राडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए एसईएस कंपनी के उपग्रहों का इस्तेमाल किया जाएगा। यानी ‘जियो स्पेस फाइबर’ से अब कहीं भी और कभी भी विश्वसनीय मल्टी-गीगाबिट कनेक्टिविटी मिलेगी।
चुनौती भरे इलाकों में उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवाओं को पहुंचाने के लिए ‘जियो स्पेस फाइबर’ नवोन्मेषी और उन्नत एनजीएसओ प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेगा।” जियो दुनिया की नवीनतम मध्यम पृथ्वी कक्षा (एमईओ) उपग्रह प्रौद्योगिकी तक पहुंचने के लिए एसईएस के साथ साझेदारी कर रहा है, जो एकमात्र एमईओ समूह है । यह अंतरिक्ष से वास्तव में अद्वितीय गीगाबिट, फाइबर जैसी सेवाएं प्रदान करने में सक्षम है। एसईएस के मुख्य रणनीति अधिकारी जॉन-पॉल हेमिंग्वे ने कहा, ‘‘ हम जियो के साथ मिलकर एक अद्वितीय निवारण के साथ हिंदुस्तान गवर्नमेंट की डिजिटल इण्डिया पहल का समर्थन करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं। ”