राष्ट्रीय

‘सेक्स स्कैंडल के आरोपी सांसद को वापस बुलाया जाएगा भारत’

कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने दावा किया कि संभोग वीडियो स्कैंडल के आरोपी पूर्व पीएम और जद (एस) सुप्रीमो एचडी देवेगौडा का पोता प्रज्वल रेवन्ना को हिंदुस्तान लौटने के लिए बोला जाएगा. विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच जल्द पूरी होगी, 10-15 दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी. एसआईटी द्वारा ही प्रज्वल को वापस बुलाया जाएगा.

 

कर्नाटक के रेवन्ना संभोग स्कैंडल में एसआईटी जांच कर रहा है. कर्नाटक गृहमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे की जांच के लिए समय सीमा निर्धारित की गई ताकि जांच वर्षों तक न खींची जाए. पीड़िता द्वारा कम्पलेन में बताए गए सभी आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. वहीं कर्नाटक राज्य स्त्री आयोगी की कम्पलेन के आधार पर राज्य गवर्नमेंट ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बीके सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. जिसमें दो स्त्री पुलिस अधीक्षक भी शामिल हैं.

परमेश्वर ने आश्वासन दिया कि मुख्य आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को एसआईटी द्वारा हिंदुस्तान वापस बुलाया जाएगा. वहीं जद (एस) विधायक एचडी के विरुद्ध भी जांच की जाएगी, साथ ही रेवन्ना के विरुद्ध यौन उत्पीड़न की कम्पलेन अलग से दर्ज हुई है. एसआईटी की रिपोर्ट आते ही आरोपी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई प्रारम्भ कर दी जाएगी.

 

 

वीडियो की होगी जांच, राज्य गवर्नमेंट नहीं करेगी हस्तक्षेप

 

परमेश्वर ने वादा किया कि इस मुद्दे में राज्य गवर्नमेंट हस्तक्षेप नहीं करेगी. जांच एजेंसी द्वारा की जाएगी. जांच अधिकारी संभोग वीडियो की जांच करेंगे. साक्ष्य एकत्र करेंगे. साथ ही इस वीडियो वाले अन्य पेन ड्राइव और वीडियो को फैलने से भी रोकेंगे.

 

 

पांच वर्ष तक चुप रही पीडिता

 

पीडिता की सास ने बोला कि उनकी बहू पिछले पांच वर्षों से चुप थी, अब उसने अपनी खामोशी तोड़ी है और यौन उत्पीड़न के विरुद्ध कम्पलेन दर्ज कराई है. उन्होंने बोला कि रेवन्ना की मां ने उनकी सहायता की. रेवन्ना की मां ने ही हमें बाहर लेकर गई, और कम्पलेन दर्ज करवाई थी. वहीं परमेश्वर का बोलना है कि इस मामल में पीडिता के परिवार को सुरक्षा भी दी जाएगी.

सूत्रों ने कहा कि एसआईटी ने जांच तेज कर दी है. अब तक पांच पीड़ितों का पता लगाया जा चुका है, साथ ही उन्हें एसआईटी कार्यालय लाकर उनसे जानकारी भी ली जा चुकी है. पीडितों में सरकारी अधिकारी के साथ-साथ सियासी नेता भी शामिल हैं. पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक सीमा लाटकर के सामने अपना बयान दर्ज कराया है.

 

 

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