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MP में विधानसभा चुनाव के लिये 39 उम्मीदवारों की सूचि जारी के वाद एक और नाम हुआ ऐलान

भोपाल: मध्य प्रदेश में आनें वाले विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections 2023) के लिए 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करने के एक दिन बाद, सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) ने मगलवार को एक और उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है इसके साथ ही अब तक बीजेपी के घोषित उम्मीदवारों की संख्या 79 हो गई है बीजेपी की नवीनतम उम्मीदवार मोनिका बट्टी (Monika Batti)  हैं, जो अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी (एबीजीपी) के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत मनमोहन शाह बट्टी (Manmohan Shah Batti) की बेटी हैं वह पिछले सप्ताह बीजेपी में शामिल हुई थीं 

मोनिका कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता कमल नाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी  बीजेपी ने अब तक 79 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं 230 सदस्यीय सदन के लिए इस वर्ष के अंत में चुनाव होने हैं अभी चुनाव का औपचारिक कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है

 भाजपा ने दूसरी सूची की जारी 

सोमवार को घोषित दूसरी सूची में बीजेपी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा है बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे  केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को निवास (सुरक्षित), प्रहलाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर से और नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी से टिकट दिया गया है  बीजेपी द्वारा मौजूदा लोकसभा सदस्यों को टिकट देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, मप्र कांग्रेस पार्टी प्रमुख कमलनाथ ने दावा किया कि यह मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी के लिए हार स्वीकार करने जैसा है और उसने “झूठी आशा का अंतिम दांव” खेला है

नाम बड़े और दर्शन छोटे

कमलनाथ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ दूसरी सूची पर एक ही बात ठीक है- नाम बड़े और दर्शन छोटे बीजेपी ने मध्य प्रदेश में अपने सांसदों को विधानसभा का टिकट देकर साबित कर दिया है कि बीजेपी न तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है, न 2024 के लोकसभा चुनाव में इसका सीधा अर्थ ये हुआ कि वो ये मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वो इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है, तो फिर क्यों न तथाकथित बड़े नामों पर ही दांव लगाकर देखा जाए

उन्होंने कहा, ‘‘ अपने को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली बीजेपी को जब आज ये दिन देखने पड़ रहे हैं कि उसको लड़वाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं, तो फिर वोट देने वाले कहां से मिलेंगे बीजेपी आत्मविश्वास की कमी के संकटकाल से जूझ रही है अबकी बार बीजेपी अपने सबसे बड़े गढ़ में, सबसे बड़ी हार देखेगी कांग्रेस पार्टी बीजेपी से दोगुनी सीट जीतने जा रही है बीजेपी की डबल इंजन की गवर्नमेंट डबल हार की ओर बढ़ रही है

 विद्रोह के बाद गवर्नमेंट गिर गई थी कमल नाथ सरकार

उल्लेखनीय है कि 2018 के चुनाव में, कांग्रेस पार्टी ने 114 सीटें जीतीं थीं, जबकि बीजेपी को 109 सीटों पर जीत हासिल हुई थी इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने कमल नाथ के नेतृत्व में गवर्नमेंट बनाई, लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार विधायकों के उपद्रव के बाद गवर्नमेंट गिर गई, जिससे शिवराज सिंह चौहान की सीएम के रूप में वापसी का रास्ता साफ हो गया उपद्रव के बाद विधायकों के पाला बदलने के कारण हुए उपचुनावों के बाद, 230 सदस्यीय सदन में बीजेपी के पास अब 126 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी के पास 96 विधायक हैं

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