राष्ट्रीय

उत्तराखंड में सुरंग के अंदर 40 लोग 80 घंटे से अधिक समय से फंसे

 उत्तरकाशी उत्तराखंड में रविवार सुबह ढही सुरंग (Tunnel Collapse) के अंदर 40 लोगों के 80 घंटे से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएस पंवार ने बुधवार को उनके स्वास्थ्य के संबंध में कुछ चिंताएं बताईं उन्होंने बोला कि अंदर उपस्थित कुछ लोगों ने हल्की सिरदर्द और मतली की कम्पलेन की है ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बोला कि सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों की सहायता के लिए छह इंच के पाइप के जरिये दवाओं, मल्टीविटामिन, ग्लूकोज और सूखे फलों की डिलीवरी सुनिश्चित की जा रही हैसाथ ही सुरंग में फंसे लोगों को बाहर आने के बाद कैसे तुरन्त उपचार देकर बचाया जाएगा इसकी प्रबंध पहले ही कर ली गई है इसमें सुरंग के पास छह बिस्तरों वाला एक अस्थायी हॉस्पिटल और गंभीर माम लों को एम्स ऋषिकेश में भेजने का व्यवस्था शामिल है

एक जनरल फिडिशियन बीएस पोखरियाल ने बुधवार को पाइप के जरिये से श्रमिकों से बात की हालांकि वार्ता बहुत कम समय तक संभव हो सकी, क्योंकि उसी पाइप का इस्तेमाल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए भी किया जा रहा है पोखरियाल ने श्रमिकों के हालात के बारे में बताते हुए बोला कि उनमें से कुछ ने उल्टी, सिरदर्द, चिंता और गैस्ट्राइटिस की कम्पलेन की है इन मुद्दों के उत्तर में उल्टी रोकने के लिए दवाएं और सूखे मेवे, छोले और मुरमुरे जैसे खाने के सामान भेजे गए श्रमिकों ने बाहर के लोगों को यह भी कहा कि सुरंग के भीतर चलने के लिए उनके पास 1 किमी से अधिक का रास्ता है, और बिजली और पानी तक भी उनकी पहुंच है

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से पिछले 4 दिन से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों को बाहर निकालने की कोशिशों को उस समय झटका लगा, जब ‘एस्केप टनल’ बनाने के लिए प्रारम्भ की गई ड्रिलिंग को ताजा भूस्खलन के चलते रोकना पड़ा उत्तरकाशी में ऑफिसरों ने कहा कि मंगलवार रात साढ़े 12 बजे तक मलबे में माइल्ड स्टील पाइप डालने के लिए ड्रिलिंग का काम किया जा रहा था, लेकिन भूस्खलन होने के कारण उसे रोकना पड़ा इस बीच सिलक्यारा सुरंग में ड्रिलिंग के लिए लगाई गई आगर मशीन भी खराब होने की सूचना है

 

इससे पहले मंगलवार रात को भी सुरंग में भूस्खलन होने से बचाव कार्यों में जुटे दो मजदूर हल्की रूप से घायल हो गए थे पुलिस ने भारतीय वायु सेना से बात की है और जल्द ही उसके विमान से दिल्ली से बड़ी मशीनें मौके पर भेजी जाएंगी, जिससे श्रमिकों को जल्द ही सुरंग से बाहर निकाला जा सकेगा उल्लेखनीय है कि चारधाम ऑल वेदर सड़क परियोजना के अनुसार निर्माणाधीन सुरंग का सिलक्यारा की तरफ से मुहाने से 270 मीटर अंदर करीब 30 मीटर का हिस्सा रविवार को भूस्खलन से ढह गया था और तब से मजदूर उसके अंदर फंसे हुए हैं उन्हें निकालने के लिए युद्वस्तर पर बचाव एवं राहत अभियान चलाया जा रहा है

Related Articles

Back to top button