11 अप्रैल को पीएम मोदी ऋषिकेश में जनसभा को करेंगे संबोधित
हरिद्वार। उत्तराखंड की हरिद्वार संसदीय सीट पर भाजपा की अंधाधुन्ध ज्वाइनिंग और एक के बाद के वीवीआईपी रैली से प्रश्न उठने लगे हैं कि आखिर भाजपा इस सीट को लेकर इतनी डरी क्यों है? दरअसल, भाजपा की चिंता की असल वजह दलित और मुसलमान वोट बैंक है। यदि दलित और मुसलमान वोट बैंक कांग्रेस पार्टी की तरफ शिफ्ट हुआ तो भाजपा की मुश्किलें बढ़ जाएगी। यही वजह है कि 11 अप्रैल को स्वयं इस सीट की घेराबंदी के लिए पीएम मोदी ऋषिकेश में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। यह पहली बार होगा जब पीएम यहां रैली करेंगे।
दरअसल, 14 विधानसभा क्षेत्र वाली हरिद्वार संसदीय सीट की 11 विधानसभाएं हरिद्वार जिले में पड़ती हैं, तो 3 विधानसभाएं देहरादून जिले में है। 14 में से 6 सीट भाजपा के पास हैं तो शेष 9 सीटों पर कांग्रेस, बीएसपी और निर्दलीय का कब्जा है। करीब 20 लाख वोटर्स वाली इस सीट पर साढ़े आठ लाख के आसपास मुसलमान वोट है, जो कभी बीएसपी तो कभी कांग्रेस पार्टी के पाले में जाता रहा है। यही वोटर भाजपा के डर का कारण हैं। इस वोट बैंक को पाले में रखने के लिए ही अंधाधुन्ध ज्वाइनिंग हो रही हैं। हरिद्वार में ऐसे अनेक नेताओं के लिए लाल कारपेट बिछा दिया गया है, जो थोड़ा बहुत भी जनाधार रखते हैं।
दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी ज्वाइन करवा रही BJP
यही वजह है कि भाजपा इस सीट को जीतने के लिए दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी ज्वाइन करवा रही है। बीएसपी से तीन बार के विधायक रहे हरिदास, बीएसपी नेता सुबोध राकेश, ऋषकेश से पूर्व मंत्री दिनेश धनै के बेटे कनक धनै, तीन बार के मंत्री रह चुके कांग्रेस पार्टी नेता दिनेश अग्रवाल, डोईवाला से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके एसपी सिंह। ज्वालापुर से विधानसभा चुनाव लड़ चुके कांग्रेस पार्टी नेता एसपी सिंह, मेयर चुनाव लड़ चुके कांग्रेस पार्टी नेता संजय महंत, विधानसभा चुनाव लड़ चुके पुरूषोतम शर्मा को अभी तक भाजपा ज्वाइन कराई जा चुकी है।
दलित और मुसलमान वोट किसी भी तरह कांग्रेस पार्टी को शिफ्ट न हो
बीजेपी की प्रयास है कि दलित और मुसलमान वोट किसी भी तरह कांग्रेस पार्टी को शिफ्ट न हो। लोकसभा चुनाव में यहां बीएसपी करीब डेढ़ लाख के आसपास वोट ले जाती रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां बीएसपी कुल डाले गए वोट का करीब 14 प्रतिशत वोट लेकर तीसरे नबंर पर रही। जबकि कांग्रेस पार्टी 32 प्रतिशत वोट के साथ दूसरे नंबर पर और 52 प्रतिशत वोट के साथ तब भाजपा चुनाव जीती थी, लेकिन तब विधानसभाओं में उसकी स्थिति मजबूत थी। उस समय संसदीय सीट के 14 विधानसभाओं में से 11 सीटों पर भाजपा विधायक उपस्थित थे।
11 पीएम की भी रैली
सिर्फ ज्वाइनिंग ही नहीं स्टार प्रचारकों के भी धुंआधार दौरे हरिद्वार सीट पर कराए जा रहे हैं। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरिद्वार में रोड शो, साधु-संतों से मुलाकात करके जा चुके हैं, तो अब 11 अप्रैल को पीएम भी यहां पहुंच रहे हैं। कुल मिलाकर धर्मनगरी हरिद्वार की मजबूत नाकेबंदी में जुटी है बीजेपी।