वो दिन दूर नहीं, जब बीजेपी पश्चिम बंगाल की सत्ता में आएगी : अमित शाह
CAA लागू होने के बाद विपक्षी पार्टियों के अंदर हलचल तेज नजर आ रही है। इस बीच गुरुवार यानी 14 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्री ने गवर्नमेंट के इस निर्णय के विरुद्ध बोलने पर विपक्ष को जमकर खरी खोटी सुनाया है। उन्होंने नागरिकता कानून पर खुल कर वार्ता करते हुए यह साफ कर दिया कि इसको कभी वापस नहीं लिया जाएगा, फिर चाहें विपक्ष कितना भी बोले। शाह ने बोला कि कोविड-19 के चलते इसको लागू करने में देरी हुई है ऐसे में इस कानून के टाइमिंग पर प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है। इस कानून के चलते धार्मिक प्रताड़ित लोगों को नागरिकता का अधिकार मिलेगा। राष्ट्र में उपस्थित सभी विपक्षी दल फिर चाहे वो राहुल गांधी हो, ममता बनर्जी हों, असदुद्दीन ओवैसी हों या दिल्ली के सीएम केजरीवाल हों, ये सभी लोग असत्य की राजनीति कर रहे हैं।
CAA को लागू करने के लिए 4 वर्ष में 41 बार किया था ऐलान- अमित शाह
अमित शाह ने गुरुवार को मीडिया से वार्ता में बोला कि, “हमारी पार्टी ने 2019 के अपने मैनिफेस्टो में बोला था कि हम CAA लाएंगे और अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाक से आए शरणार्थियों को नागरिकता देंगे। यहां तक की 2019 में ही यह बिल संसद के दोनों सदनों ने पारित भी कर दिया था। मगर कोविड-19 काल के चलते इसे लागू करने में थोड़ी देरी हो गई। मगर राष्ट्र की जनता जानती है कि नागरिकता संशोधन कानून इस राष्ट्र का कानून है। मैंने स्वयं 4 वर्ष में कम से कम 41 बार इस बात का घोषणा करते हुए बोला था कि, “यह कानून जरूर लागू होगा और वो भी चुनाव से पहले।”
विपक्ष करती है झूठी राजनीति
इस दौरान जब उनसे कहा गया कि, “विपक्ष का इल्जाम है कि भाजपा CAA के जरिए अपना नया वोट बैंक बनाने का काम कर रही है… तब इसपर उत्तर देते हुए उन्होंने बोला कि झूठी राजनीति करने के अतिरिक्त विपक्ष के पास कोई और काम नहीं है। आप उन सभी का इतिहास उठा कर देख लो किसी ने भी अपने वादे को कभी पूरा नहीं किया है। मगर नरेंद्र मोदी ने जो बोला है, वह करके दिखाया है। उनकी बात पत्थर की लकीर है, उनकी हर गारंटी पूरी होती है। उन्होंने आगे बोला कि यदि सर्जिकल हड़ताल और एयर हड़ताल राजनीति के लिए लाभ वाला है तो क्या यही सोच कर हमें आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करनी चाहिए? विपक्ष का बोलना है कि 370 को हटाना भी हमारे सियासी लाभ के लिए था। मगर हम तो इसे हटाने का घोषणा 1950 से कर रहे हैं।”
वो समय दूर नहीं जब बंगाल में बीजेपी की गवर्नमेंट होगी – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
इस वार्ता में उन्होंने ममता बनर्जी को आड़े हाथ लेते हुए बंगाल में जल्द ही अपनी गवर्नमेंट बनने की भविष्यवाणी भी कर दी। उन्होंने बोला कि वह दिन दूर नहीं, जब भाजपा पश्चिम बंगाल की सत्ता में आएगी और वहां से राष्ट्र में होने वाले घुसपैठ पर विराम लगाएगी। इस बीच उन्होंने ममता के ऊपर धावा करते हुए बोला कि, “अगर आप इस तरह की राजनीति करेंगे, देश में घुसपैठ कराएंगे और शरणार्थियों को नागरिकता मिलने का विरोध करेंगे, तो जनता आपका साथ नहीं देगी। ममता बनर्जी को शरणार्थियों और घुसपैठियों के बीच अंतर नहीं मालूम।
ओवैसी से पूछा सवाल
अमित शाह ने बात चीत को आगे बढ़ाते हुए ओवैसी पर भी प्रश्न उठाया है। उन्होंने बोला कि, “CAA कानून अब वापस नहीं लिया जाएगा। यह कानून किसी की भी नागरिकता छीनने के लिए नहीं बनाया गया है। इस राष्ट्र को धर्म के आधार पर विभाजित किया गया था। ऐसे में दूसरे राष्ट्रों में धार्मिक प्रताड़ित हो रहे लोग हिंदुस्तान में इस कानून के सहायता से शरण ले सकेंगे। ऐसे पीड़ितों को नागरिकता प्रदान करना तो हमारी जिम्मेदारी है। पाकिस्तानी हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हो रहा है। ऐसे में यह कानून ऐसे ही लोगों को इन्साफ देने के लिए बनाया गया है। अब ओवैसी बताएं कि ये कानून मुसलमान विरोधी कैसे है।”