राष्ट्रीय

राजस्व लक्ष्य में जयपुर के दोनों RTO ने मारी बाजी

परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य को लेकर रिज़ल्ट आ गया है विभाग ने करीब 95 प्रतिशत राजस्व लक्ष्य हासिल किया हैलेकिन इसमें कई आरटीओज की परफॉर्मेंस निराशाजनक रही है जयपुर के दोनों आरटीओ राजस्व अर्जन के मुद्दे में आगे रहे हैं

कौनसा आरटीओ रहा आगे और कौनसा रहा पीछे ?

जयपुर आरटीओ द्वितीय और जयपुर आरटीओ प्रथम के बीच वित्त साल 2023-24 में भले ही प्रारम्भ से ही राजस्व को लेकर टकराव रहा हो, लेकिन दोनों ही आरटीओ राजस्व लक्ष्य अर्जित करने को लेकर सबसे आगे रहे हैं दरअसल जयपुर आरटीओ द्वितीय का इल्जाम है कि उनके वाहनों और डीलर्स से जुड़ा टैक्स रिकॉर्ड आरटीओ प्रथम द्वारा उन्हें भेजा नहीं गया

इस कारण आरटीओ द्वितीय का कोई राजस्व लक्ष्य ही नहीं रहा है यह राजस्व लक्ष्य आरटीओ प्रथम के रिकॉर्ड में जोड़ दिया गया है लेकिन इस आपसी टकराव के बावजूद जयपुर के दोनों आरटीओ ने सर्वाधिक राजस्व अर्जित किया हैजयपुर आरटीओ द्वितीय प्रदेशभर में पहले जगह पर रहा हैजबकि जयपुर आरटीओ प्रथम प्रदेशभर में दूसरे जगह पर रहा है

वहीं अजमेर आरटीओ ने सभी 13 आरटीओ के बीच तीसरा जगह हासिल किया हैपरिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य अर्जन का औसत 94.43 फीसदी रहा है रोचक यह है कि यही तीनों आरटीओ इस औसत से आगे रहे हैं अन्य सभी आरटीओ पीछे रहे हैं विभाग ने 7100 करोड़ रुपए के लक्ष्य के उल्टा 6704.37 करोड़ राजस्व अर्जित किया है

किस RTO का कितना लक्ष्य, कितना राजस्व
– जयपुर RTO द्वितीय का 216.79 करोड़ लक्ष्य, 254.58 करोड़ प्राप्ति
– जयपुर RTO प्रथम का 1294.54 करोड़ लक्ष्य, 1305.87 करोड़ अर्जित
– अजमेर RTO ने 625.09 करोड़ के उल्टा अर्जित किए 607.51 करोड़
– भरतपुर RTO ने 271.90 करोड़ लक्ष्य के उल्टा अर्जित किए 260.22 करोड़

– बीकानेर RTO ने 548.83 करोड़ लक्ष्य में अर्जित किए 514.29 करोड़
– सीकर RTO का 565.74 करोड़ था लक्ष्य, अर्जित किए 527.13 करोड़

– चित्तौड़गढ़ RTO ने 499.35 करोड़ लक्ष्य में अर्जित किए 454.33 करोड़
– दौसा RTO का लक्ष्य 228.84 करोड़, कमाए 207.24 करोड़

– उदयपुर RTO का 642.58 करोड़ था लक्ष्य, कमाए 561.37 करोड़
– कोटा RTO ने 454.71 करोड़ लक्ष्य में प्राप्त किए 385.55 करोड़

– जोधपुर RTO का लक्ष्य 769.12 करोड़, अर्जित किए 648.54 करोड़
– अलवर RTO ने 349.54 करोड़ लक्ष्य के उल्टा कमाए 294.43 करोड़

– पाली RTO का 352.96 करोड़ था लक्ष्य, प्राप्त किए 290.32 करोड़

राजस्व अर्जन के लिहाज से मार्च का महीना सबसे जरूरी रहता है लेकिन मार्च माह में परिवहन विभाग की परफॉर्मेंस उतनी बेहतर नहीं रही है दरअसल मार्च माह के लिए विभाग का राजस्व लक्ष्य 1377.36 करोड़ रुपए था विभाग मार्च में इस लक्ष्य में से 1204.83 करोड़ रुपए यानी 87.47 प्रतिशत ही अर्जित कर सका है कुल मिलाकर परिवहन विभाग ने पिछले साल की तुलना में अच्छा राजस्व एकत्रित किया है

पिछले वर्ष 6700 करोड़ के राजस्व लक्ष्य के उल्टा 6128.17 करोड़ रुपए अर्जित किए गए थेविभाग ने इस वित्त साल में पिछले वर्ष की तुलना में करीब 576 करोड़ रुपए अधिक अर्जित किए हैं, जो कि एक रिकॉर्ड हैविभागीय अफसरों की मानें तो इसके लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रेया गुहा और परिवहन आयुक्त चिकित्सक मनीषा अरोड़ा की नियमित मॉनिटरिंग और फील्ड स्टाफ के साथ बेहतर कॉर्डिनेशन से ही यह उपलब्धि हासिल हो सकी है

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