राष्ट्रीय

  मणिपु हिंसा:पोल में जनता से ‘संसद में हर रोज बवाल

  मणिपुर में अत्याचार के मामले पर संसद से सड़क तक संग्राम छिड़ा हुआ है. लोकसभा और राज्यसभा की मॉनसून सत्र की कार्यवाही हर रोज इसी मामले की भेंट चढ़ रही है. गवर्नमेंट भी इस मामले पर सदन में चर्चा कराना चाहती है, विपक्ष तो चर्चा की मांग ही कर रहा है, लेकिन समस्या कुछ तकीनीकी कारणों पर अटका हुआ है. विपक्ष पीएम मोदी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव भी लेकर आ गया है, ऐसे में यह मामला काफी आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है. हमने भी इस मामले पर पोल के जरिए जनता की राय ली, जिसमें काफी चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं.

‘संसद न चलने से हो रहा राष्ट्र का नुकसान’

हमने अपने पोल में जनता से ‘संसद में हर रोज हंगामा, सदन न चलने से किसका नुकसान?’ पूछा था. इसके लिए हमने 4 ऑप्शन ‘सरकार का, विपक्ष का, राष्ट्र का, ABC तीनेों का’ ऑप्शन दिए थे. जनता ने पोल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हमें 9376 लोगों की राय जानने का मौका मिला. इस पोल में अधिकतर लोगों का बोलना था कि संसद न चलने की वजह से राष्ट्र का हानि हो रहा है. एक ठीक-ठाक संख्या इसमें विपक्ष का हानि भी मान रही थी, जबकि सबसे कम लोगों का मानना था कि इससे गवर्नमेंट को किसी तरह का हानि हो रहा है.

 

 

आंकड़ों में कैसा रहा पोल का नतीजा?
आंकड़ों की बात करें तो मतदान में कुल 9376 लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें से ज्यादातर, यानी कि 71 प्रतिशत लोगों का मानना था कि संसद की कार्यवाही ठप होने से सबसे अधिक राष्ट्र का हानि हो रहा है. वहीं, 13 प्रतिशत लोगों का मानना था कि इससे गवर्नमेंट का भी हानि हो रहा है, विपक्ष को भी चूना लग रहा है और राष्ट्र भी घाटे में जा रहा है. 11 प्रतिशत लोगों का मानना था कि संसद में जारी हंगामे की वजह से सबसे अधिक हानि विपक्ष का हो रहा है. केवल 5 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिनका बोलना था कि संसद न चलने से गवर्नमेंट का हानि हो रहा है.

 

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