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जयपुर : चीन में श्वसन रोग के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सचिव शुभ्रा सिंह ने प्रदेश के चिकित्सा प्रबंधन को किया अलर्ट

जयपुर चीन में श्वसन बीमारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने प्रदेश के चिकित्सा प्रबंधन को अलर्ट किया है उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान गवर्नमेंट की ओर से जारी पत्र एवं मौजूद सूचनाओं के मुताबिक अभी तक स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन प्रदेशभर में संक्रामक रोगों की सर्विलेंस एवं रोकथाम के लिए चिकित्सा प्रबंधन पूरी सतर्कता के साथ कार्य करे सभी चिकित्सा संस्थानों में जांच, दवा, इलाज आदि के पूरा व्यवस्था सुनिश्चित हों

सिंह चीन में पाई गई श्वसन संबंधी रोग से बचाव के लिए तैयारियों हेतु मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ऑफिसरों को संबोधित कर रही थीं उन्होंने बोला कि जानकारी के मुताबिक अभी राष्ट्र में इस रोग का एक भी मुद्दा सामने नहीं आया है फिर भी एहतियातन चिकित्सा तंत्र को मजबूत रखने की दृष्टि से सजगता बरती जा रही है

तीन दिन में तैयार करें एक्शन प्लान—

सिंह ने निर्देश दिए कि इस रोग से बचाव एवं इलाज आदि व्यवस्थाओं के लिए 3 दिन में एक्शन प्लान तैयार किया जाए उन्होंने इसके लिए जिला एवं मेडिकल कॉलेज के स्तर पर एक नोडल ऑफिसर की नियुक्ति करने तथा संभाग एवं जिला स्तर पर रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन करने के निर्देश दिए उन्होंने बोला कि सभी अस्पतालों में बैड, ऑक्सीजन, जांच, दवा, उपचार, मानव संसाधन एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता की कारगर मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए वैसे चीन में बच्चों में श्वसन बीमारी के मुद्दे अधिक सामने आए हैं इसे देखते हुए शिशु बीमारी इकाइयों एवं मेडिसिन विभाग में इलाज के पर्याप्त व्यवस्था हों उन्होंने बोला कि इस रोग के संबंध में जिला एवं राज्य स्तर पर नियमित समीक्षा भी की जाएगी

एसएआरआई मरीजों की रेंडम सैम्पलिंग करें—

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि राज्य एवं जिला स्तर के बड़े चिकित्सा संस्थानों में भर्ती सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआई) के मरीजों की रेंडम सैम्पलिंग कर उनके नमूने जयपुर एवं जोधपुर स्थित लैब में भेजे जाएं उन्होंने Covid-19 मरीजों की तरह आईएलआई एवं एसएआरआई मरीजों की भी आईएचआईपी पोर्टल पर दैनिक रूप से रिपोर्टिंग किए जाने के निर्देश दिए उन्होंने बोला कि बच्चों, वृद्धजनों, गर्भवती स्त्रियों एवं को-मोरबिड मरीजों में संक्रमण की संभावना अधिक रहती है अतः बचाव की दृष्टि से आमजन को जरूरी तरीका अपनाने के लिए सतर्क किया जाए

बुधवार को चिकित्सा संस्थानों में मॉकड्रिल—

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बुधवार को प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता की दृष्टि से मॉकड्रिल का आयोजन करने के निर्देश भी दिए इस मॉकड्रिल के दौरान बैड, जांच, दवा, एम्बुलेंस, मानव संसाधन एवं जरूरी उपकरणों आदि की मॉनिटरिंग की जाएगी यह मॉकड्रिल मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक होगी सिंह ने बोला कि हिंदुस्तान गवर्नमेंट की ओर से इस रोग से बचाव के संबंध में जारी एडवाइजरी तथा चिकित्सा विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाए

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डाक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने बोला कि वैसे यह एक संक्रामक रोग है, इसलिए इसके मरीजों के लिए अलग से एम्बुलेंस चिन्हित की जाए ताकि अन्य मरीजों में संक्रमण नहीं फैले उन्होंने इसके लिए जरूरी कार्यवाही करने के निर्देश दिए

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवप्रसाद नकाते ने मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में गाइडलाइन के अनुरूप सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए उन्होंने बोला कि मेडिकल कॉलेजों में बुधवार को मॉकड्रिल गंभीरता के साथ की जाए

बैठक में निदेशक जनस्वास्थ्य डाक्टर रवि प्रकाश माथुर ने कहा कि चीन में बच्चों में श्वसन बीमारी के मुद्दे बढ़ने की जानकारी सामने आई है चिकित्सा जानकारों के मुताबिक यह इंफ्लूएंजा, माइक्रोप्लाज्मान्यूमोनिया एवं सॉर्सकॉव-2 आदि के कारण होना पाया गया है उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में श्वसन बीमारी विशेषकर Covid-19 एवं म्यूकोरमाइकोसिस के शून्य मुकदमा रिकॉर्ड हो रहे हैं संक्रामक रोगों से बचाव एवं नियंत्रण के लिए चिकित्सा विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है

अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डाक्टर रवि प्रकाश शर्मा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में की जाने वाली तैयारियों से अवगत कराया बैठक में एसएमएस मेडिकल कॉलेज की वरिष्ठ माइक्रोबायोलॉजिस्ट डाक्टर भारती मल्होत्रा, अतिरिक्त निदेशक हॉस्पिटल प्रशासन डाक्टर सुशील कुमार परमार एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य, संयुक्त निदेशक जोन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े

 

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