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बीजू जनता दल ने भृगु बक्शीपात्रा को बरहामपुर सीट से उतारा चुनावी मैदान में…

2024 के लोकसभा चुनाव में ओडिशा की बरहामपुर सीट से दो ऐसे नेता आमने-सामने होंगे, जो अपनी पुरानी पार्टी छोड़कर किसी और दल में शामिल हो गए हैं. सीएम नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने भृगु बक्शीपात्रा को बरहामपुर सीट से चुनावी मैदान में उतारा है, जो पिछले हफ्ते तक बीजेपी की ओडिशा इकाई के उपाध्यक्ष थे. बीजेपी ने बीजद से निष्कासित प्रदीप पाणिग्रही को बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है. गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक पाणिग्रही एक समय सीएम नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी थे और बीजद से निष्कासित होने से पहले वह क्षेत्रीय पार्टी के गंजाम जिले के मामलों को भी देखते थे.

 बरहामपुर कांग्रेस पार्टी का मजबूत गढ़ था

कांग्रेस ने बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से रश्मि रंजन पटनायक को मैदान में उतारा है. बरहामपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कभी कांग्रेस पार्टी का मजबूत गढ़ था और यहां तक कि पीएम पी वी नरसिम्हा राव ने भी 1996 के आम चुनावों में बरहामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीता था. गंजाम जिला 2009 से बीजद का गढ़ रहा है. बीजद ने 2019 के चुनाव में जिले की 13 विधानसभा सीटों में से 12 पर जीत हासिल की थी. बरहामपुर लोकसभा सीट के लिए लड़ाई मुख्य रूप से बक्शीपात्रा और पाणिग्रही के बीच होगी. हालांकि, कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार भी मैदान में हैं.

बीजद ने भृगु बक्शीपात्रा को क्यों बनाया उम्मीदवार?

बीजेपी प्रत्याशी पाणिग्रही को ‘‘जनविरोधी गतिविधियों’’ के इल्जाम में बीजद से निष्कासित कर दिया गया था और नवीन पटनायक गवर्नमेंट ने कथित करप्शन के मामलों में उन्हें अरैस्ट भी कराया था. बीजेपी प्रत्याशी एवं गोपालपुर से विधायक पाणिग्रही अपनी जनसभाओं में लोगों से पटनायक के प्रति अपना झुकाव समाप्त करने की अपील कर रहे हैं. बीजद ने पाणिग्रही को हराने के लिए बीजेपी के एक निश्चित वोट पर कब्जा करने के एकमात्र इरादे से बक्शीपात्रा को चुना है. दक्षिणी ओडिशा का प्रवेश द्वार मानी जाने वाली बरहामपुर लोकसभा सीट जीतने के लिए दोनों दल पूरी प्रयास कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी और बीजद नेता वी के पांडियन ने रविवार को भुवनेश्वर में एक सभा में लोगों से उनकी पार्टी को वोट देने की अपील की. पांडियन ने लोगों से कहा, ‘‘कृपया यह न देखें कि उम्मीदवार कौन है. सीएम सभी 147 विधानसभा सीट और 21 लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं.’’

उनका प्रचार जिनका पिछले चुनाव में किया कड़ा विरोध 

इससे पहले, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजद उम्मीदवार चंद्रशेखर साहू ने बीजेपी उम्मीदवार एवं अपने प्रतिद्वंद्वी भृगु बक्शीपात्रा को हराकर बरहामपुर लोकसभा सीट पर 94,000 वोट के अंतर से जीत हासिल की थी. मतदाताओं के अलावा, जमीनी स्तर पर काम कर रहे दोनों सियासी दलों के कार्यकर्ता भी असमंजस में नजर आ रहे हैं. गंजाम जिले में बीजद के एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘हमें उस उम्मीदवार के लिए प्रचार करना है, जिसका हमने पिछली बार 2019 लोकसभा चुनाव में कड़ा विरोध किया था.’’

बरहामपुर लोकसभा सीट के भीतर सात विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें गंजाम जिले की पांच और पड़ोसी गजपति जिले की दो सीट शामिल हैं. इनमें से गंजाम जिले की पांचों सीट पर सत्तारूढ़ बीजद का कब्जा है, जबकि कांग्रेस पार्टी और बीजेपी गजपति जिले की एक-एक विधानसभा सीट का अगुवाई करती हैं. बरहामपुर लोकसभा सीट के लिए तीन अन्य लोकसभा क्षेत्रों नबरंगपुर, कोरापुट और कालाहांडी के साथ 13 मई को वोटिंग होगी.

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