राष्ट्रीय

‘बार-बार निराधार तर्क…’ अरुणाचल प्रदेश पर ‘बेतुके’ चीनी दावे पर भड़का भारत

अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को खारिज कर दिया है. अमेरिका ने बोला कि हम एकपक्षीय ढंग से सीमा में किसी भी तरह के परिवर्तन का कठोरता से विरोध करेंगे. दरअसल बीते दिनों प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था और वहां सेला टनल का उद्घाटन किया था. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के बाद चीन ने बयान जारी कर पीएम के दौरे पर विरोध जताया था.


अमेरिका ने चीन का दावा किया खारिज
बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बोला कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को हिंदुस्तान का हिस्सा मानता है और हम एकपक्षीय कार्रवाई से एलएसी पर सेना या नागरिक ढंग से किसी भी तरह के परिवर्तन के विरुद्ध हैं. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर चीन के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बोला था कि शीजांग (तिब्बत का चीनी नाम) चीन का अभिन्न हिस्सा है और चीन कभी भी अरुणाचल प्रदेश पर हिंदुस्तान के कथित कब्जे को कभी स्वीकार नहीं करेगा. चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा मानता है. हालांकि चीन के बयान के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी कठोर शब्दों में चीन को उत्तर दिया और अरुणाचल प्रदेश पर चीन को आईना दिखाया. भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बयान में बोला कि चीन के रक्षा मंत्रालय द्वारा किया गया दावा पूरी तरह से बेतुका है. अरुणाचल प्रदेश हिंदुस्तान का अभिन्न हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा.

पन्नूं मुद्दे में हिंदुस्तान के साथ मिलकर काम कर रहे
अमेरिका की गवर्नमेंट ने बोला कि वे, गुरुपतवंत सिंह पन्नूं की मर्डर की षड्यंत्र के मुद्दे में हिंदुस्तान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. बीते वर्ष भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी आतंकवादी गुरुपतवंत सिंह पन्नूं की अमेरिका में मर्डर की षड्यंत्र रचने का इल्जाम लगा था. इल्जाम है कि निखिल गुप्ता, हिंदुस्तान गवर्नमेंट के एक अधिकारी के साथ मिलकर पन्नूं की मर्डर की षड्यंत्र रच रहा था. हिंदुस्तान की गवर्नमेंट भी इस मुद्दे की जांच कर रही है. अमेरिका के विदेश विभाग के अधिकारी डोनाल्ड लू ने संसद की विदेश मामलों की समिति को कहा कि हम हिंदुस्तान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि जो इसके पीछे हैं, उन्हें जवाबदेय ठहराया जाए.

डोनाल्ड लू ने बोला कि ‘यह दोनों राष्ट्रों के बीच एक गंभीर मुद्दा है. इन्साफ विभाग ने इल्जाम लगाया है कि भारतीय नागरिक, हिंदुस्तान गवर्नमेंट के एक अधिकारी के कहने पर अमेरिका में एक अमेरिकी नागरिक की मर्डर की षड्यंत्र रच रहा था. हम इस मुद्दे को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं और हिंदुस्तान के शीर्ष नेतृत्व के साथ इस मुद्दे पर संपर्क में हैं. हिंदुस्तान ने भी एक समिति गठित कर मुद्दे की जांच प्रारम्भ कर दी है.

Related Articles

Back to top button