बंगाल, असम, मणिपुर में बारिश और ओलावृष्टि से भारी तबाही
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में बारिश और ओलावृष्टि से भारी तबाही मची है। जलपाईगुड़ी एसपी ने कहा चक्रवात की घटना में चार लोगों की मृत्यु हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। एसपी ने बताया, कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिससे घरों, इमारतों और फसलों को हानि हुआ।
रांची में झमाझम बारिश
झारखंड की राजधानी रांची सहित कई जिलों में पिछले दो दिनों से भारी बारिश रिकॉर्ड किए गए हैं। रविवार को भी रांची और इर्द-गिर्द के इलाकों को गरज के साथ भारी बारिश दर्ज की गई। शनिवार को भी आंधी-तूफान के साथ बारिश भी हुई थी। मौसम विभाग ने पहले 31 मार्च को बारिश और मेघ गर्जन का पूर्वानुमान लगाया था। हालांकि 1 अप्रैल से मौसम साफ शुष्क रहने की आसार जताई गई है।
मणिपुर के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि
मणिपुर के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिससे थौबल सापम लीकाई और खोंगजोम गांवों में घरों, इमारतों और फसलों को हानि पहुंचा है।
असम के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि
असम के कई हिस्सों में भी बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिससे घरों, इमारतों और फसलों को भारी हानि हुआ है। आंधी-तूफान से कई पेड़ उखड़कर गिर गए हैं। अभी राहत और बचाव कार्य चलाये जा रहे हैं।
असम में भारी बारिश और हवा के बाद हवाई सेवा प्रभावित, 6 उड़ानों के रूट बदले गए
गुवाहाटी हवाईअड्डा प्राधिकरण ने बताया, भारी बारिश और हवा के बाद आज शाम प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हुआ। पेड़ गिरने से संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गया। छत के आउटलेट में भारी मात्रा में पानी भर गया और टर्मिनल भवन के अंदर पानी भर गया। टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर पानी और हवा के दबाव के कारण छत का एक छोटा हिस्सा खुल गया। प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण कुल छह उड़ानें अगरतला और कोलकाता की ओर मोड़ दी गईं। परिचालन अब सामान्य हो गया है।
पंजाब में भी बारिश और ओलावृष्टि से भारी नुकसान
पंजाब के कई हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिससे गेहूं की फसल को भारी हानि हुआ है। पंजाब के बठिंडा, फाजिल्का, लुधियाना, पटियाला, अमृतसर और पठानकोट समेत कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। तेज हवाओं के साथ भारी बारिश उस समय हुई जब गेहूं की फसल कटाई के लिए तैयार है, पंजाब और हरियाणा में गेहूं खरीद का मौसम एक अप्रैल से प्रारम्भ हो रहा है