राष्ट्रीय
चौक के पास जामसुजाता में फंसी स्कूल बसें
बुधवार को चौक के पास जामसुजाता में फंसी विद्यालय बसें. राजधानी को जाम मुक्त बनाने के लिए पिछले दो दशक से उच्च न्यायालय आदेश पर आदेश दे रहा है, लेकिन स्थिति में सुधार ही नहीं हो रहा है. जाम शहर की नियति बन गई है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अनुसार शहर में स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने पर 150 करोड़ रुपए खर्च किए गए, लेकिन शहर के लोगों को इसका फायदा नहीं मिला. वहीं, शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए उच्च न्यायालय ने एक बार फिर कड़ा रूख अपनाते हुए ट्रैफिक एसपी को कठोर आदेश दिए हैं. मंगलवार को शहर की ट्रैफिक की लचर प्रबंध पर दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने बोला कि एंबुलेंस और विद्यालय बसों पर ध्यान दें. विद्यालय बसों को स्कॉट करें, ताकि बसें जाम में नहीं फंसे.