राष्ट्रीय

गुजरात में भाजपा के विधायक केतन इनामदार नेराज्य विधानसभा से दे दिया इस्तीफा

लोकसभा चुनाव की तारीखों का घोषणा होते ही राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलने लगे हैं. अभी तक जहां कांग्रेस पार्टी पार्टी के नेता उनका साथ छोड़ रहे थे. वहीं अब बीजेपी (भाजपा) को भी झटका लगा है. लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में बीजेपी के विधायक केतन इनामदार ने मंगलवार को राज्य विधानसभा से त्याग-पत्र दे दिया.

वडोदरा जिले की सावली विधानसभा क्षेत्र में यदि जाएंगे तो शायद ही कोई ऐसा होगा जो केतन इनामदार को नहीं जानता होगा. समर्थकों और प्रशंसकों के लिए केतन इनामदार ‘छोटे सरकार’ हैं, तो वहीं विपक्ष के लिए ऐसी चुनौती जिसका कोई तोड़ नहीं है. पहली बार निर्दलीय जीतकर केसरिया इश्क में रंगे केतन इनामदार दो बार भाजपा से जीत चुके हैं. सावली की राजनीति में जो वर्तमान हालात है उसके हिसाब से केतन को अभी कोई खतरा नहीं है. वे वडोदरा की सांसद रंजनबेन भट्ट के काफी करीबी हैं. केतन उन्हें बहन मानते हैं. केतन भले ही ग्रामीण की विधानसभा से विधायक हैं लेकिन उनकी सक्रियता शहर में भी दिखती है.

अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी

इनामदार वडोदरा जिले की सावली सीट से तीन बार विधायक रहे हैं. उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को सौंपा. उन्होंने पत्र में बोला कि वह अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर त्याग-पत्र दे रहे हैं.

तीन बार जीत चुके हैं इनामदार

गौरतलब है, इनामदार ने पहली बार 2012 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी. बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए. वर्ष 2017 और 2022 में भी उन्होंने जीत दर्ज की थी.

पहले भी दे चुके हैं इस्तीफा

ऐसा नहीं है कि इनामदार ने पहली बार त्याग-पत्र दिया है. उन्होंने वर्ष 2020 में भी इस्तीफे का एलान किया था, हालांकि तब इसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार नहीं किया था. इनामदार ने तब इल्जाम लगाया था कि वरिष्ठ सरकारी ऑफिसरों और मंत्रियों ने उन्हें और उनके चुनाव क्षेत्र की उपेक्षा की.

इनामदार ने यह भी दावा किया था कि भाजपा में बहुत से विधायक उनकी तरह हताश हैं. इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने इनामदार को विपक्षी दल में शामिल होने का न्योता दिया था. हालांकि बीजेपी को विश्वास था कि वह इनामदार को त्याग-पत्र वापस लेने के लिए इंकार लेगी और ऐसा ही हुआ.

182 सीटों में से बीजेपी के पास 156 सीटें

गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से बीजेपी के पास 156 सीटें हैं. गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर सात मई को एक ही चरण में मतदान होगा और मतगणना चार जून को होगी.


<!– –>

<!– cl –>


<!–

–>

Related Articles

Back to top button