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ओडिशा सीएम के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल केंद्र को समर्थन ने दिया आश्वासन

बीजू जनता दल के अनुसार बीजद दिल्ली सेवा विधेयक को पारित करने का समर्थन करेगा और विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करेगा. इस संबंध में बीजद के सभी राज्यसभा और लोकसभा सांसदों को सदन में मौजूद रहने और उपरोक्त कार्य करने के लिए तीन-लाइन व्हिप जारी किया गया है.

आम आदमी पार्टी और विपक्षी एकता इण्डिया को दिल्ली सेवा विधेयक के विरुद्ध लड़ाई में आज एक बड़ा झटका लगा. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल के केंद्र को समर्थन ने आश्वासन दिया है कि विधेयक संसद में आधे रास्ते से सरलता से गुजर जाएगा. सूत्रों ने बोला कि बीजद बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र के विरुद्ध विपक्षी गुट इण्डिया द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का भी विरोध करेगा. ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी, जिसके राज्यसभा में नौ सांसद हैं, के निर्णय से गवर्नमेंट को उच्च सदन में बहुमत का आंकड़ा पार करने में सहायता मिलेगी, जहां बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं है.

बीजद का गवर्नमेंट को समर्थन

बीजू जनता दल के अनुसार बीजद दिल्ली सेवा विधेयक को पारित करने का समर्थन करेगा और विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करेगा. इस संबंध में बीजद के सभी राज्यसभा और लोकसभा सांसदों को सदन में मौजूद रहने और उपरोक्त कार्य करने के लिए तीन-लाइन व्हिप जारी किया गया है. जगन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पार्टी, जिसके राज्यसभा में नौ सदस्य और लोकसभा में 22 सदस्य हैं, पहले ही जरूरी विधेयक पर गवर्नमेंट को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है. यदि सभी 238 मौजूदा सदस्य उस दिन मतदान करते हैं, तो राज्यसभा में आधे का आंकड़ा 120 है.

यह है आंकड़े

सदन की कुल सदस्य संख्या 245 है, लेकिन सात रिक्तियां हैं. बीजेपी और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सहयोगी दलों के पास 103 सदस्य हैं. सत्तारूढ़ दल को पांच नामांकित और एक निर्दलीय सांसद के समर्थन का भी भरोसा है. बीजद और वाईएसआरसीपी के समर्थन के साथ, बीजेपी के नेतृत्व वाली गवर्नमेंट के पास 127 हैं. सूत्रों का बोलना है कि एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी और मायावती की बसपा, जिनके उच्च सदन में एक-एक सांसद हैं, के भी विधेयक का समर्थन करने की आसार है. 26 सदस्यीय विपक्षी गठबंधन इण्डिया के लगभग 109 सांसदों और कपिल सिब्बल जैसे कुछ निर्दलीय सांसदों के विधेयक के विरुद्ध मतदान करने की उम्मीद

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