इन चुनिंदा शायरियों और शुभकामना संदेश से करें पार्टनर को हग डे विश
लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। वेलेंटाइन वीक का छठा दिन यानि हग डे काफी खास होता है। जब आपके प्यार के जज्बात बिना कहे एक दूसरे के दिल से जा मिलते हैं। कहते हैं प्यार और अपनापन जाहिर करने के लिए जादू की झप्पी यानी हग करना किसी रामबाण से कम नहीं है। वैलेंटाइन वीक की आरंभ 7 फरवरी को रोज डे से होती है। इसका अंतिम दिन वैलेंटाइन डे होता है। हग डे भी कपल्स के बीच के संबंध को और मजबूत करता है जिसमे सिर्फ़ एक जादू की झप्पी ही काफी है। इस डे को और भी रोमांटिक बनाने के लिए आप अपने पार्टनर को हग के साथ शुभकामनाएं भी भेज सकते हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए हग डे केपर कुछ चुनिंदा शायरियां और बधाई संदेश लेकर आए हैं।
एक बार तो मुझे सीने लगा ले,
अपने दिल के भी सारे अरमान सजा ले,
कब से है तड़प तुझे अपना बनाने की,
आज तो मौका है मुझे अपने पास बुला ले
हैप्पी हग डे
मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
नजरों को जो दीदार तुम्हारा मिल गया,
और किसी चीज की तमन्ना क्यों करूं,
जब मुझे तेरी बांहों में सहारा मिल गया।
देखना कैसे पिघलते जाओगे
जब मेरी आगोश में तुम आओगे
जैसे रोमियो ने जूलियट को।।
जैसे लैला ने मजनू को।।
जैसे हीर ने रांझा को।।
गेले लगाया था…।
अपनी बांहों में मुझे बिखर जाने दो
सांसों से अपनी मुझे महक जाने दो
दिल बेचैन है कब से इस प्यार के लिए
आज तो सीने में अपने मुझे उतर जाने दो
मन ही मन करती हूं बातें
दिल की हर एक बात कह जाती हूं
एक बार ले लो बाहों में अब तो सजना
यही हर बात कहते-कहते रूक जाती हूं।।
लग जा गले से ये रात फिर न आएगी,
किस्मत भी शायद हमको फिर न मिलाएगी,
बाकि हैं बस चंद सांसे इस दिल में,
रूह भी न जाने कैसे तेरे बिन रह पाएगी।
जैसे रोमियो ने जूलियट को,
जैसे लैला ने मजनू को,
और जैसे हीर ने राँझा को गले लगाया था,
बस उसी तरह तुम मुझे गले लगा लो।
तुझे देखा तो ये जाना सनम,
प्यार होता है दीवाना सनम,
अब यहां से कहां जाए हम,
तेरी बाँहों में मर जाए हम।
लग जा गले ये रात फिर ना आएगी,
किस्मत भी शायद हमको फिर ना मिलाएगी,
बाकि है बस चँद सांसे इस दिल में,
रूह भी जाने कैसे तेरे बिन रह पाएगी।
एक ही तमन्ना,
एक ही आरजू,
बांहों में पनाह में तेरे,
सारी जीवन गुजर जाये।
जब भी तू अपनी बाँहों में लेती है मुझे,
यह जमीं चाँद से बेहतर नजर आती है हमें।
मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
नजरो को जो दीदार हारा मिल गया,
और किसी चीज की तमन्ना क्यों करूँ,
जब मुझे तेरी बाँहों में सहारा मिल गया।
मुझसे दिल की मायूसी छपाई नहीं जाती,
गले लगती हो तो दिल की धड़कने हँसने लगती हैं।